बारिश से खिल उठे किसानों के चेहरे, मौसम खुशनुमा
अन्नदाताओं को मुसीबत की घड़ी में दैवीय मदद मिली। शहर से गांव तक दिनभर रिमझिम फुहार पड़ती रही।
अंबेडकरनगर : जिले में मंगलवार सुबह से आसमान पर काले बादल घुमड़ते रहे। दोपहर बाद ग्रामीणांचल में छिटपुट स्थानों पर तेज और धीमी बारिश हुई। इसके साथ हवाएं चलने से तापमान में गिरावट आई तो उमस से परेशान लोगों ने राहत महसूस की। जनपद में तापमान अधिकतम 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में बारिश होने का अनुमान लगाया है।
जिला मुख्यालय पर सुबह से धूप और छांव का सिलसिला चलता रहा। हालांकि दूसरे पहर में मौसम ने करवट बदली और बूंदाबांदी के बार रिमझिम फुहार बरसने लगी। इससे किसानों को धान की सिचाई से राहत मिली। टांडा तहसील क्षेत्र में भी बदली छायी रही और दोपहर बाद से बूंदाबांदी होती रही। भीटी तहसील क्षेत्र में तेज और धीमी बारिश का सिलसिला शाम तक जारी रहा। जलालपुर तहसील क्षेत्र में भी बारिश हुई।
भियांव में जलनिकासी की व्यवस्था न होने के चलते विद्युत उपकेंद्र जलालपुर परिसर में बरसात का पानी भर गया। इससे उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। आलापुर तहसील में सुबह से ही बूंदाबांदी और तेज-धीमी बारिश होती रही।
धान की फसल को चटख धूप में पानी की सख्त जरूरत थी। इसे पूरा करने के लिए किसान परेशान थे। महामारी के इस दौर में आर्थिक संकट से जूझ रहे किसानों के चेहरे बारिश होते ही खिल उठे। सिचाई को लेकर जेब पर पड़ने वाला बोझ हल्का हुआ है। सरसों की फसल लगाने में भी फायदा होगा। हालांकि सब्जी की फसल में बैगन, अगेती मिर्चा, गोभी आदि की फसल को नुकसान हुआ है। बारिश से तैयार खेतों में पानी भर गया है।
उतार के बाद चढ़ने लगा जलस्तर :
टांडा में घाघरा नदी के जलस्तर में गिरावट के बाद इसमें इजाफा होने लगा है। घाघरा नदी का जलस्तर नौ सेंटीमीटर बढ़ा है। सोमवार के सापेक्ष मंगलवार को दोपहर दो बजे जलस्तर 91.290 मीटर दर्ज किया गया। नदी खतरे के लाल निशान 92.730 मीटर से 1.440 मीटर नीचे है।