महरुआ उपकेंद्र में धमाका, 17 घंटे बिजली गुल
गर्मी बर्दाश्त से बाहर है तो बिजली कटौती बेहिसाब। इस स्थिति में दिन हो या रात पूरे समय लोग परेशान हैं।
अंबेडकरनगर: गर्मी बर्दाश्त से बाहर है तो बिजली कटौती बेहिसाब। इस स्थिति में दिन हो या रात, इसे काटना मुश्किल हो गया है। सोमवार रात करीब एक बजे महरुआ बिजलीघर के नसीरपुर और वेस्ट फीडर की मुख्य केबल तेज धमाके के साथ जल गई। इन दो फीडरों के साथ पतौना फीडर से भी जुड़े 40 से अधिक गांव की बिजली गुल हो गई। इससे आनंदनगर, महरुआ, सेमरी, नसीरपुर, नरसिंह दास पुर, लोकनाथपुर, सिलावट, सेहरा जलालपुर, हीड़ी पकड़िया, बरामदपुर जरियारी, आदमपुर तिदौली, पतौना, मंशापुर, सारंगपुर, धनेपुर, हुसैनपुर, नरहरपुर, रामबाबा, सुखारीगंज, लोहरा बरामदपुर, गोएथे, मानिकपुर, बसंतपुर आदि गांवों की करीब एक लाख की आबादी को बिना बिजली के पूरी रात गुजारनी पड़ी। उपभोक्ता फाल्ट ठीक कराने के लिए अधिकारियों को फोन लगाते रहे, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया। मंगलवार सुबह छह बजे फीडर पर पहुंचे कर्मचारियों ने मरम्मत शुरू किया। करीब पांच घंटे की कड़ी मेहनत के बाद 11 बजे फाल्ट तो ठीक हो गया, लेकिन फीडर की लाइन की मरम्मत के चलते शाम छह बजे तक बिजली बहाल नहीं हो सकी। ग्रामीण रामगोपाल मौर्य, पारसनाथ सिंह, सीताराम, चंद्रभान यादव, जयबहादुर, पवन भारती, लाल बहादुर पाल, अमित यादव ने बताया कि मरम्मत के अभाव में बिजली के उपकरण जर्जर हो चुके हैं। इसका खामियाजा आम व्यक्ति को भुगतना पड़ रहा है। अधीक्षण अभियंता एपी वशिष्ठ ने बताया कि ओवरलोड से कई जगह दिक्कतें आ रही हैं। उपलब्ध संसाधनों से अधिकतम बिजली देने का प्रयास किया जा रहा है।
भीटी: तहसील के 257 गावों के लाखों उपभोक्ताओं को भीटी, महरुआ, कटेहरी, सया तथा गद्दोपुर उपकेंद्रों से बिजली मिलती है। इन उपकेंद्रों की लाइन के जर्जर तार बदलने का कार्य बीते 13 मई से चल रहा है, जो 23 मई तक चलेगा। इसके लिए सुबह साढ़े आठ से शाम साढ़े चार बजे तक का समय निर्धारित है। उपभोक्ता सत्यप्रकाश शुक्ला, घनश्याम, रामजी, प्रमोद, अशोक दुबे, विजय दुबे, विमल, ध्रुव सिंह, पप्पू सिंह आदि ने बताया कि निर्धारित समय के विपरीत सुबह सात बजे ही बत्ती गुल कर दी जाती है, जो शाम छह बजे बहाल होती है। रात में हर दस मिनट पर होने वाली कटौती और ट्रिपिग से रात की नींद हराम हो गई है। एसडीओ संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि फाल्ट होने की दशा में बिजली बंद की जाती है। फाल्ट ठीक होते ही रोस्टर के मुताबिक आपूर्ति दी जाती है।
जलालपुर: अकबरपुर मुख्य मार्ग स्थित वाजिदपुर मोड़ से 132 केवीए पावरहाउस मार्ग पर रात में अंधेरा छाया रहता है। इस मार्ग से मीरापुर, कांशीराम कालोनी और पावरहाउस के कर्मचारियों समेत एक दर्जन मुहल्लों के लोगों का आना-जाना है। अंधेरा रहने के नाते रात के समय इस मार्ग से जाने से लोग कतराते हैं। यहां छिनैती की कई घटनाएं भी हो चुकी हैं। ग्रामीणों ने लाइट लगवाने की मांग की है। ईओ धर्मेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि सर्वे कराकर जल्द ही प्रकाश की व्यवस्था कराई जाएगी।