तीन तलाक पर कानून सख्त, फिर भी आरोपितों पर कस नहीं पा रहा शिकंजा
नियम तीन तलाक को कानूनी मंजूरी मिलने के बाद भी तीन तलाक देने वालों पर पुलिस कार्रवाई नहीं कर पा रही है। अभी भी मुस्लिम महिलाओ को मोबाइल पर तलाक मिल रहें हैं। युवक तीन शब्द तलाक तलाक तलाक बोलकर संबंध विछेदन कर रहे हैं। ऐसा नहीं की इन लोगों को तीन तलाक की कानून की जानकारी नहीं है। जानकारी के बावजूद इस कुप्रथा को लोग बढ़ावा दे रहे हैं। जबकि कानून के रखवाले पीड़िताओं को इंसाफ दिलाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। आरोपित पैसे के बल पर कानून को गुमराह कर पुलिस के शिकंजे से दूर हैं। जनपद में तीन तलाक के सात मामलों में छह पर चार्ज सीट लग चुकी है जबकि एक मामला अभी लंबित है। चार्ज सीट दाखिल होने के बावजूद आरोपित खुले में घूम रहे हैं। -----
अंबेडकरनगर : मुस्लिम विवाह अधिनियम तीन तलाक को कानूनी मंजूरी मिलने के बाद भी तीन तलाक देने वालों पर पुलिस कार्रवाई नहीं कर पा रही है। अभी भी मुस्लिम महिलाओं को मोबाइल पर तलाक मिल रहे हैं। युवक तीन शब्द तलाक-तलाक- तलाक बोलकर संबंध विच्छेद कर रहे हैं। ऐसा नहीं कि इन लोगों को तीन तलाक की कानून की जानकारी नहीं है। फिर भी इस कुप्रथा को लोग बढ़ावा दे रहे हैं। जबकि कानून के रखवाले पीड़िताओं को इंसाफ दिलाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। आरोपित पैसे के बल पर कानून को गुमराह कर पुलिस के शिकंजे से दूर हैं।
जनपद में तीन तलाक के सात मामलों में छह पर चार्जशीट लग चुकी है जबकि एक मामला अभी लंबित है। चार्जशीट दाखिल होने के बावजूद आरोपित खुले घूम रहे हैं।
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केस एक : तरन्नुम खातून का निकाह 17 मई 2015 को टांडा के कस्बा निवासी मोहम्मद अकबर के साथ हुई थी। भाई डॉ. मोहम्मद शाहिद ने बताया कि उनकी बहन को उनका शौहर बहुत परेशान करता था। छह अगस्त 2019 को उसके शौहर अकबर ससुराल आया और सबके सामने तीन तलाक बोलकर चला गया। जिसके बाद टांडा थाने में मुस्लिम महिला विवाह संरक्षण के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसमें न्यायालय में पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया है।
केस दो : जिया परवीन का निकाह 18 अगस्त 2017 को गोशाइगंज थाने के अटवाई निवासी जुनैद के साथ हुई है। शादी के नौ माह बाद मई 2018 में पति-पत्नी के बीच हुई अनबन से नाखुश शौहर ने अपनी पत्नी को एसएमएस भेजकर तलाक दे दिया। जिसके बाद से जिया परवीन अपने पिता बसखारी थानाक्षेत्र के मिया टोला निवासी निजामुद्दीन के पास रहने को विवश हैं। इस मामले की रिपोर्ट स्थानीय थाने में दर्ज हुई और पुलिस ने चार्जशीट अदालत में दाखिल कर दी।
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तीन तलाक से जुड़े मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है। जो भी मामले दर्ज हो रहे हैं उसकी विवेचना कर जल्द से जल्द चार्जसीट दाखिल की जा रही है।
-आलोक प्रियदर्शी, पुलिस अधीक्षक