गोविद समाधि पर खिचड़ी चढ़ाने से श्रद्धालुओं ने किया गुरेज
शुकुलबाजार (अंबेडकरनगर) पौराणिक तपोस्थली महात्मा गोविद साहब की समाधि मकर संक्रांति क
शुकुलबाजार (अंबेडकरनगर) : पौराणिक तपोस्थली महात्मा गोविद साहब की समाधि मकर संक्रांति को खिचड़ी चढ़ाने से श्रद्धालु गुरेज कर गए। यहां प्रतिवर्ष गोविद दशमी स्नान पर्व से शुरू होकर मकर संक्रांति तक चलने वाला ऐतिहासिक मेला लगता है। गोविद सरोवर में स्नान के बाद श्रद्धालु महात्मा की समाधि पर चावल मिश्रित कच्ची खिचड़ी चढ़ाते हैं। इस बार कोरोना प्रोटोकॉल के कारण गोविद सरोवर में स्नान पूर्णतया वर्जित कर दिया गया है। इसके कारण ज्यादातर श्रद्धालु यहां खिचड़ी चढ़ाने नहीं पहुंचे।
गोविद साहब में मकर संक्रांति पर हर साल लाखों लोग खिचड़ी चढ़ाते थे। इस बार स्थानीय चुनिदा लोगों तक ही यह सीमित रहा। खिचड़ी के साथ नगदी सरीखे चढ़ावे में कमी से यहां रह रहे साधु-संतों के भोजन के भी लाले पड़ सकते हैं। प्रतिवर्ष यहां चढ़ाई गई खिचड़ी की बिक्री से लाखों की आय होती थी। इससे वर्षभर का खर्च आसानी से चल जाता था। गोविद साहब न्यास परिषद के अध्यक्ष बाबा भगेलू दास ने बताया कि सरोवर में स्नान वर्जित होने से लोगों का आना बहुत कम रहा। इससे मठ के राजस्व को काफी नुकसान हुआ है।
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मेला गोविद साहब अब समापन की ओर बढ़ रहा है। गुरुवार को मकर संक्रांति पर्व होने के बावजूद मेले में उम्मीद से कम भीड़ पहुंची। मेला व्यवसायियों ने आगामी रविवार तक यहीं भीड़ इसी तरह रहने की संभावना जताई है। मेला समिति के अध्यक्ष भौमेंद्र सिंह पप्पू ने बताया कि सरोवर में स्नान वर्जित होने एवं खराब मौसम के कारण गत वर्षों की अपेक्षा इस बार मकर संक्रांति पर भीड़ कम रही। उन्होंने आगामी 20 जनवरी तक मेला अवधि बढ़ाए जाने की मांग की है।