मजदूरों व किसानों के उत्पीड़न पर कार्रवाई की मांग
कलेक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। किसान सम्मान निधि में घपलेबाजी रोकने की मांग की।
अंबेडकरनगर : मजदूरों व किसानों के पुलिस उत्पीड़न और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में घपलेबाजी रोकने की मांगकर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने कलेक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र को ज्ञापन सौंपा।
पदाधिकारियों ने बताया कि सम्मनपुर थाना क्षेत्र के हजपुरा गांव में दबंगों ने पुलिस की मिलीभगत से किसान की खतौनी की जमीन पर जबरन कब्जा कर उसे मारा-पीटा। जबकि घटना के वक्त उच्चाधिकारी वहां मौजूद थे। दूसरा मामला भीटी थाना क्षेत्र के पिगिरियावां निवासी किसान फतेह बहादुर सिंह का है। अनपढ़ होने का फायदा उठाकर दबंगों ने धोखे से उनकी जमीन का बैनामा करा लिया। पीड़ित ने थाने में शिकायत की थी लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई। यही हाल महरुआ थाने की किसान प्रेमा देवी, अकबरपुर कोतवाली के बसंतलाल, भीटी के इच्छुपुर निवासी बृजेश तिवारी के साथ हुआ है। किसान यूनियन ने सभी मामलों की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।
स्थायी ठौर को लेकर आंदोलित हुए धरिकार
धरिकार समाज के लोगों ने मंगलवार को अपनी आवाज बुलंद की। धरकारों का नेतृत्व कर रहे जय प्रकाश और लालता प्रसाद ने बताया कि नौ नवंबर 2018 को जिलाधिकारी और निकाय प्रशासन की बैठक में यह तय हुआ था कि धरिकारों को गोविद गनेशपुर वार्ड के अटिका को जाने वाली प्रधानमंत्री सड़क मार्ग के किनारे विस्थापित किया जाएगा। लेकिन, 21 माह बीतने के बाद भी निकाय अपने वादे पर खरा नहीं उतर सकी। धरिकारों ने डीएम को ज्ञापन सौंप कर स्थायी ठौर दिलाने की मांग की है।