Move to Jagran APP

कुपोषित बच्चों के खाने में रिफाइंड आयल का प्रयोग रोका

बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा. देवेंद्र शर्मा एवं सदस्य डा. शुचिता चतुर्वेदी ने बच्चों की रसोई में से रिफाइंड आयल का प्रयोग रोक दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 May 2022 11:27 PM (IST)Updated: Tue, 17 May 2022 11:27 PM (IST)
कुपोषित बच्चों के खाने में रिफाइंड आयल का प्रयोग रोका
कुपोषित बच्चों के खाने में रिफाइंड आयल का प्रयोग रोका

अंबेडकरनगर: बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा. देवेंद्र शर्मा एवं सदस्य डा. शुचिता चतुर्वेदी ने जिला चिकित्सालय के पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती बच्चों को रिफाइंड आयल में बना भोजन देने पर डायटीशियन को कड़ी फटकार लगाई। आगे इसके इस्तेमाल पर कार्रवाई की चेतावनी दी। इस दौरान पीकू (पीडियाट्रिक्स एंड इंटेंसिव केयर यूनिट) और एसएनसीयू (स्पेशल न्यू बार्न केयर यूनिट) वार्ड की भी हकीकत देखी। इससे पहले आंगनबाड़ी केंद्र पसियापारा का निरीक्षण किया। विभागीय अधिकारियों की तमाम तैयारियों के बाद भी कई कमियां उजागर हुईं।

loksabha election banner

पोषण पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण करते हुए डा. शुचिता चतुर्वेदी ने पूछा कि यहां भर्ती बच्चों व उनकी माताओं को नाश्ता-भोजन कब-कब दिया जाता है। अधिकारी कुछ बोलते, इससे पहले यहां अपने बच्चे को लेकर भर्ती हुसैनपुर सकरवारी की आरती यादव ने बताया कि सुबह दलिया दिया गया था और बच्चे को दूध में बना मुरमुरा दिया था। 12 बजे तक किसी भी महिला को भोजन नहीं दिया गया है। चिकित्सालय प्रबंधक हर्षित गुप्त ने बताया कि भोजन दो बजे दिया जाता है। इससे पहले दो से तीन बार नाश्ता दिया जाता है। अंधता का शिकार एक बच्चे की मां ने उसके इलाज के बारे में पूछा। वहीं, रसोईघर का निरीक्षण करते समय पौष्टिक आहार में रिफाइंड तेल मिलने पर डायटीशियन गीतांजलि यादव को फटकार लगाते हुए कहा कि इसे तत्काल बंद करें। पोषण पुनर्वास केंद्र के रजिस्टर आदि का भी अवलोकन किया। इसके बाद पीकू वार्ड का निरीक्षण किया। यहां बालरोग विशेषज्ञ डा. आरके सिंह और डा. सतीश मौजूद मिले। पूरा वार्ड खाली था। आयोग की सदस्य ने कहा कि इस वार्ड का प्रयोग करें, क्योंकि कोविड संक्रमण पूरी तरह समाप्ति की तरफ है। उन्होंने सीएमएस से कहा कि कुपोषित बच्चों एवं उनकी माताओं को समय पर पौष्टिक आहार, दूध तथा भोजन उपलब्ध कराएं, ताकि कुपोषण को हम लोग जड़ से समाप्त कर सकें।

महिलाओं की कराई गोदभराई : आंगनबाड़ी केंद्र पसियापारा में सभी कमरों में सीलिग फैन की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। सदस्य शुचिता चतुर्वेदी ने यहां चार गर्भवती महिलाओं में ज्ञानवती, अंजनी, नीतू और नीलम की गोदभराई कराई। मौसमी फलों और सब्जियों की डलिया देकर उनके खानपान और आंगनबाड़ी द्वारा दी जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में जाना। इसके पश्चात करीब छह माह के दो बच्चों अदिति और अभिज्ञ का अन्नप्राशन कर उनकी देखरेख के लिए माताओं को सलाह दी। इस दौरान सीएमओ डा. श्रीकांत शर्मा, बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह, एसीएमओ डा. मंसूर हसन सिद्दीकी, सीएमएस डा. ओमप्रकाश, जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश कुमार मिश्र, जिला प्रोबेशन अधिकारी राकेश कुमार, विकास परियोजना अधिकारी बलराम सिंह, राजेश यादव, डा. हर्षित गुप्त आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.