जिला अस्पताल में अब सामान्य रोगों का होगा उपचार
नान कोविड मरीजों को इलाज में अब मिलेगी सहूलियत जलालपुर का महिला अस्पताल अब बनेगा कोरोना हास्पिटल
अंबेडकरनगर: कोरोना काल में महिलाओं और बच्चों समेत कोरोना से इतर रोगों से ग्रस्त मरीजों को इलाज में तमाम मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। लिहाजा जिला चिकित्सालय के एमसीएच विग को पहले कोविड हास्पिटल बनाने की तैयारी थी, लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन से अब इसे नान कोविड हास्पिटल चलाने की अनुमति दी है। वहीं जलालपुर में महिला अस्पताल को कोविड हास्पिटल बनाने की तैयारी है। टांडा सीएचसी, मेडिकल कालेज के बाद अब जलालपुर में कोविड हास्पिटल बनेगा।
काम पर लौटीं महिला डाक्टर: जिला चिकित्सालय में तैनात चार महिला डाक्टर 15 दिन पहले सभी पॉजिटिव हो गई थी। इससे महिलाओं का इलाज और अन्य सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित हो गई थी। अब सभी की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। इससे सीएमएस ने सबको काम पर बुला लिया गया है। इसमें डा. स्नेहा गौतम, डा. भानुमति वर्मा आदि शामिल हैं।
चिकित्सालय में 15 से 20 प्रसव रोजाना: वर्तमान समय में जिला चिकित्सालय में प्रतिदिन 15 से 20 प्रसव होते हैं। इसके अलावा पांच से छह आपरेशन भी किया जा रहा है। महिलाओं व नवजात शिशुओं को संक्रमण की चपेट में न आएं, इसलिए यहां पर कोविड हास्पिटल नहीं बनाने का निर्णय हुआ है। इससे कोरोना समेत अन्य रोगियों का यहां इलाज बेहतर ढंग से किया जा सकेगा।
वर्जन:::
जिला चिकित्सालय में अभी 42 मरीजों को भर्ती किया गया है। सभी को आक्सीजन की जरूरत है। डाक्टरों की कमी थी, लेकिन अब स्वस्थ हो रहे हैं तो काम पर लौट रहे हैं। जलालपुर में कोविड हास्पिटल बनाने की तैयारी है। यह बैठक में तय किया गया है।
-डा. ओम प्रकाश, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, संयुक्त जिला चिकित्सालय