35 घंटे का लगा कर्फ्यू, शहर से गांव तक सन्नाटा
बढ़ते कोरोना संक्रमण को थामने के लिए शनिवार रात आठ बजे से 35 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसका अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने खुद मोर्चा संभाला है। क्षेत्राधिकारियों को अपने थाना क्षेत्रों में निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए निर्देश देते रहे।
अंबेडकरनगर: बढ़ते कोरोना संक्रमण को थामने के लिए शनिवार रात आठ बजे से 35 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसका अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने खुद मोर्चा संभाला है। क्षेत्राधिकारियों को अपने थाना क्षेत्रों में निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए निर्देश देते रहे। जिला मुख्यालय पर शाम सात बजे से ही पुलिसकर्मियों ने लोगों को घर जाने की अपील करना शुरू कर दिया। नगर के तिराहों पर निकाय द्वारा लगाए गए जागरूकता एनाउंसमेंट के माध्यम से लोगों को कर्फ्यू के बारे में बताया जा रहा था। इससे आठ बजते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। रात में सड़क पर निकले लोगों को पुलिस ने समझाकर घर पहुंचने की हिदायत दी।
जनपद के सीमावर्ती इलाकों पर बने 34 चेकपोस्टों के माध्यम से आने जाने वालों पर नजर रखी जा रही थी। एंबुलेंस, रोडवेज वाहनों के अलावा चुनाव ड्यूटी में जाने वालों को ही छूट दी गई। आवश्यक सेवा वाली वस्तुओं के वाहनों को ही जिले में प्रेवश दिया गया। अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र में शनिवार शाम सात बजे से ही शहर कोतवाल अमित प्रताप सिंह लाउडस्पीकर के माध्यम से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर दुकानदारों और राहगीरों को 35 घंटे लगने वाले कर्फ्यू की जानकारी देने में जुटे रहे। लोगों से ससमय बाजार बंद कर अपने घरों को जाने के लिए सुनिश्चित कराने में जुटे थे। साथ ही उल्लंघन करने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी रहे थे।
बाजार में टूटे खरीदार: कोरोना कर्फ्यू से सकते में आए लोग आगे की व्यवस्था के लिए बाजारों में दुकानों पर टूट पड़े। 35 घंटे के कर्फ्यू को आगे बढ़ने की आशंका के चलते आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी की। मंडी में सब्जी की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ रही। प्राय: किलो दो किलो सब्जी की खरीदारी करने वाले दस-दस किलो लेते गए। अचानक मांग में वृद्धि होने से सब्जियों-फलों के भाव भी चढ़ गए। यही हाल किराना की दुकानों पर भी रहा। यहां भी लोग कई-कई दिनों की सामग्री खरीदते नजर आए।