35 हजार मजदूरों के खाते में प्रशासन ने भेजा तीन करोड़ 50 लाख
ने इन मजदूरों व गरीब परिवारों का पेट भरने के लिए पूरे देश में कम्यूनिटी किचन का संचालन शुरू हुआ। जिले में शासन के निर्देश पर 15 कम्युनिटी किचन का संचालन हो रहा है। यहां गरीब परिवार निश्शुल्क भोजन करने और घर लेकर जाने की व्यवस्था प्रशासन ने की है। साथ ही गरीब मजदूरों को तीन माह तक एक हजार रुपये उनके खाते में भेजा जा रहा है। अभीतक करीब 35 हजार मजदूरों के खाते में तीन करोड़ 50 लाख की धनराशि भेजी जा चुकी है। चिन्हीकरण के लिए हो रहा सर्वे लॉकडाउन में निर्माण कार्य ठप होने से सब
अंबेडकरनगर : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश को संक्रमण से बचाने के लिए ऐतिहासिक फैसला लेते हुए पूरे देश को एक साथ लॉकडाउन कर दिया। लॉकडाउन के बाद संक्रमण पर रोक तो लगी, लेकिन रोजमर्रा दिहाड़ी व अन्य साधनों से अपनी जीविका चलाने वालों के सामने पेट भरना मुश्किल हो गया था। सरकार के निर्देश पर इन मजदूरों के साथ-साथ गरीब परिवारों का पेट भरने के लिए स्थानीय प्रशासन ने कम्यूनिटी किचन का संचालन शुरू किया। जिले भर में 15 कम्युनिटी किचन का संचालन किया जा है। जहां से इन गरीब परिवारों को निश्शुल्क भोजन करने और पैक कराकर घर ले जाने की व्यवस्था की गई है। केंद्र सरकार ने गरीब मजदूरों को तीन माह तक एक-एक हजार रुपये उनके खाते में भेजने का निर्णय लिया है। जिले में अभी तक करीब 35 हजार मजदूरों के खाते में तीन करोड़ 50 लाख की धनराशि भेजी जा चुकी है।
चिह्नीकरण के लिए हो रहा सर्वे : लॉकडाउन में निर्माण कार्य ठप होने से सबसे ज्यादा परेशानी मजदूरों को हो रही है। नगरीय निकाय से लेकर ग्रामीणांचल क्षेत्रों में मजदूर, ठेला व्यवसाइओं को चिह्नित करने के लिए निकाय कर्मियों व ब्लॉक स्तर की टीमों द्वारा सर्वे हो रहा है। नौ ब्लॉक, तीन नगरपालिका तथा दो नगरपंचायत में 35 हजार मजदूरों का सर्वे हो चुका है। हालांकि इस कार्य में लगे कर्मचारी सर्वे में शिथिलता बरत रहे हैं।
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जनपद में 35 हजार मजदूरों के खाते में एक हजार की दर से एक करोड़ पचास लाख की धनराशि भेजी जा चुकी है। सर्वे का कार्य लगातार कराया जा रहा है। शासन के निर्देश पर गरीब मजदूर परिवारों को लाभ दिलाया जा रहा है।
डॉ. पंकज वर्मा
एडीएम, अंबेडकरनगर