मिलावटी और अधोमानक मिले 17 खाद्य पदार्थ
आरोपितों पर कार्रवाई की तैयारी में खाद्य सुरक्षा विभाग जुट गया है। नमूनों की जांच को चुनौती देने के लिए 30 दिन का वक्त दिया।
अंबेडकरनगर : जनपद में मिलावटी तथा अधोमानक खाद्य पदार्थो की बिक्री के साथ ग्राहकों को भ्रमित करने का प्रयास भी दुकानदार और निर्माता खूब कर रहे हैं। खाद्य पदार्थो के पैकेट पर वैधानिक जानकारी भी देने में खिलवाड़ किया गया है। ऐसे 17 नमूने प्रयोगशाला की जांच में फेल पाए गए। खाद्य सुरक्षा विभाग संबंधित दुकानदारों पर कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है।
नमकीन, मिठाई, दूध और तेल का सेवन करने से पहले आपको चौकन्ना होने की जरूरत है। इसमें सबसे ज्यादा दूध तथा इसके उपयोग से बनने वाले खाद्य पदार्थों में मिलावट तथा गुणवत्ता का प्रभावित होना उजागर हुआ है। इसके अलावा फास्ट फूड में काजू, ब्रेड और नमकीन की गुणवत्ता को लेकर ग्राहकों को भ्रमित किया गया है।
खाद्य पदार्थो में मिलावट का खेल : जुलाई में सेवईं और तेल का नमूना मिथ्याछाप तथा मिश्रित दूध के दो तथा पनीर का एक नमूना अधोमानक मिला। इसमें आरारोट या मैदा मिलाने की पुष्टि हुई है। वहीं सितंबर में छह नमूने प्रयोगशाला में फेल पाए गए हैं। इसमें नमकीन के तीन, सेवईं और ब्रेड के एक-एक नमूनों की जांच में वैधानिक सूचना मानक के विपरीत मिथ्या मिली। मिल्ककेक में मिलावट होने की पुष्टि हुई। अक्टूबर माह में छह नमूने प्रयोगशाला में अधोमानक और मिलावटी मिले हैं। इसमें छेना मिठाई, रगुल्ला, दही, पनीर, मिश्रित दूध अधोमानक तथा मिलावटी पाया गया है। जबकि काजू का नमूना मिथ्याछाप मिला है।
जिला अभिहीत अधिकारी खाद्य सुरक्षा विभाग राजवंश प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि प्रयोगशाला जांच में फेल पाए गए 17 खाद्य पदार्थो के संबंध में दुकानदारों को उच्च स्तरीय जांच कराने के लिए 30 दिन का अवसर देते हुए नोटिस जारी किया गया है। इसके उपरांत आरोपितों के खिलाफ अपर जिलाधिकारी के न्यायालय में वाद दायर किया जाएगा।