Move to Jagran APP

ऑनलाइन एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग बोर्ड से रोज पता चलेगा शहर में प्रदूषण का हाल Prayagraj News

प्रदूषण की ऑनलाइन जांच के लिए ऑनलाइन एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग बोर्ड लगेंगे। अभी यह जांच मैनुअल होती है और रिपोर्ट आने में एक माह का समय लगता है। अब रोज का हाल मिलेगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 01:20 PM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 01:20 PM (IST)
ऑनलाइन एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग बोर्ड से रोज पता चलेगा शहर में प्रदूषण का हाल Prayagraj News
ऑनलाइन एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग बोर्ड से रोज पता चलेगा शहर में प्रदूषण का हाल Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। शहर में आज कितना प्रदूषण है? पीएम-10 (पर्टिकुलेट मैटर या कण प्रदूषण) का स्तर क्या है? इसकी रिपोर्ट अभी मैनुअल तैयार होती है। यही वजह है कि एक महीने बाद पता चलता है कि शहर की हवा कितनी प्रदूषित है। लोग जान भी नहीं पाते हैं कि वह कितने प्रदूषित वातावरण में सांस ले रहे हैं। लोगों को रोजाना यह पता चल सके कि शहर में आज प्रदूषण कितना है, इसके लिए ऑनलाइन एयर क्वालिटी मॉनीटङ्क्षरग बोर्ड लगाने की योजना है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ने इसके लिए मुख्यालय को पत्र भेजा है। प्रयागराज में अभी जितना प्रदूषण है, उसके देखते हुए यहां पर जल्द एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग बोर्ड लगाए जा सकते हैं।

prime article banner

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मुख्यालय को भेजा पत्र

अलोपीबाग में सीवेज पंपिंग स्टेशन, जॉनसेनगंज में कारपोरेटिव बैंक, रामबाग में पराग डेयरी, कटरा में लक्ष्मी टाकीज और अशोक नगर में भारत यंत्र निगम लिमिटेड में प्रदूषण जांचने के लिए यंत्र लगे हुए हैं। यहां पर सप्ताह में दो बार प्रदूषण की मैनुअल जांच होती है। एक महीने के बाद इसकी रिपोर्ट आती है। इस व्यवस्था को अपडेट करने की तैयारी चल रही है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी जेबी सिंह का कहना है कि प्रयागराज में ऑनलाइन एयर क्वालिटी मॉनीटङ्क्षरग स्टेशन और बोर्ड लगाने के लिए मुख्यालय को पत्र भेजा गया है। इससे लोगों में जागरूकता बढ़ेगी। साथ ही प्रदूषण पर अंकुश भी लग सकेगा। 

रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में सबसे प्रदूषित शहर प्रयागराज है

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अगस्त माह ही रिपोर्ट के अनुसार प्रयागराज प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर है। यहां पर पीएम-10 का स्तर 370 माइक्रोन पहुंच गया है। शहर में प्रदूषण बढ़ाने में डीजल युक्त सवारी गाडिय़ों और निर्माण कार्यों की बड़ी भूमिका है।

एनसीआर मुख्यालय में भी पता चल जाएगा प्रदूषण का स्तर

इलाहाबाद मंडल ने विश्व पर्यावरण दिवस पर पांच जून को इलाहाबाद जंक्शन पर एयर क्वालिटी मॉनीटङ्क्षरग बोर्ड लगाया था। स्टेशन पर आने एवं जाने वाले यात्री और सिटी साइड की तरफ से गुजरने वाले लोग आसानी से यह देख सकते हैं कि आज हवा में कितना प्रदूषण है। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह का कहना है कि जल्द ही एनसीआर मुख्यालय में एयर क्वालिटी मॉनीटङ्क्षरग बोर्ड लगाया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.