Coronavirus : आप भी जाने, कैसे प्रयागराज की इन नर्सों ने दी संक्रमण को मात
मरीजों को कोरोना से लडऩे के लिए प्रेरित किया। नर्सों ने कहा यदि कोई कोरोना से संक्रमित हो जाए तो उसे डरने की जरूरत नहीं लडऩे की जरूरत है।
प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना वायरस से संक्रमित दो नर्सों की रिपोर्ट अब निगेटिव आ गई है। इन्हेंं कोविड अस्पताल कोटवा बनी सीएचसी से डिस्चार्ज कर दिया गया। अस्पताल से घर जाने के पहले इन नर्सों के द्वारा अन्य मरीजों का हौसला बढ़ाया गया। यह दोनों एक निजी अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर काम करती हैं। अस्पताल में ही एक कोरोना पाजिटिव मरीज के संपर्क में आने से छह जून को यह दोनों कोरोना से संक्रमित हो गई थीं।
कोरोना वायरस के संक्रमण से डरने की नहीं लडने की है जरूरत
अब जब रिपोर्ट निगेटिव आने पर दोनों को डिस्चार्ज किया गया तो वह वहां भर्ती अन्य मरीजों को कोरोना से लडऩे के लिए प्रेरित किया। नर्सों ने कहा, यदि कोई कोरोना से संक्रमित हो जाए तो उसे डरने की जरूरत नहीं लडऩे की जरूरत है।
पता नहीं चला की मैं कोरोना वायरस से संक्रमित हूं
उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि देखिए, मैं कोरोना संक्रमित थी लेकिन मुझे यह पता ही नहीं चला कि मैं संक्रमित भी हुई। अस्पताल में डॉक्टर समेत पूरी टीम मरीजों के इलाज व देखभाल में जुटी है। यह कोई ऐसी बीमारी नहीं है जिससे आप डर रहे हैं। नर्सों के इस बात पर अन्य मरीजों ने ताली बजाकर अपना समर्थन भी दिया। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अमृतलाल यादव ने नर्सों से कहा कि यदि स्वास्थ्य संबंधी उन्हेंं कोई परेशानी होती है तो डॉक्टरों से संपर्क अवश्य करें।
मौत के बाद कोरोना रिपोर्ट आई पॉजिटिव, संपर्क में आने वालों की तलाश
कोरोना के बुधवार को सात नए मामले आए। इनमें एक मरीज की तीन दिन पहले ही मौत भी हो चुकी है लेकिन रिपोर्ट अब आई है। यानी अब कोरोना से मरने वालों की संख्या छह हो गई है। बुजुर्ग मरीज ने निजी लैब में जांच कराई थी। रिपोर्ट आने के पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी लेकिन जब रिपोर्ट आई तो उसके संपर्क में आने वालों की खोजबीन शुरू हो गई है।