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Yoga Guru Anand Giri के शिष्‍य ने वीडियो जारी कर कहा- ऑस्‍ट्रेलिया में छुड़ाने के लिए एक भी पैसा भारत से नहीं आया

Yoga Guru Anand Giri के शिष्‍य दीपक का कहना है कि सिडनी में उनके गुरु आनंद गिरि के ऊपर मनगढ़ंत आरोप लगा था। यही कारण है कि कोर्ट ने उन्हें बेदाग बरी कर दिया। उन्हें छुड़ाने के लिए भारत से एक भी पैसा नहीं आया था।

By Rajneesh MishraEdited By: Published: Wed, 19 May 2021 07:00 AM (IST)Updated: Wed, 19 May 2021 09:40 AM (IST)
Yoga Guru Anand Giri के शिष्‍य ने वीडियो जारी कर कहा- ऑस्‍ट्रेलिया में छुड़ाने के लिए एक भी पैसा भारत से नहीं आया
योगगुरु के शिष्‍य दीपक सिंह ने कहा कि ऑस्‍ट्रेलिया में उन्‍हें छुड़ाने को भारत से कोई पैसा नहीं आया था।

प्रयागराज, जेएनएन। आनंद गिरि ने मंगलवार को सिडनी आस्ट्रेलिया निवासी अपने शिष्य दीपक सिंह का वीडियो जारी किया। इसमें दीपक का कहना है कि सिडनी में उनके गुरु आनंद गिरि के ऊपर मनगढ़ंत आरोप लगा है। यही कारण है कि कोर्ट ने उन्हें बेदाग बरी कर दिया। उन्हें छुड़ाने के लिए भारत से एक भी पैसा नहीं आया था। प्रभावी कानूनी पैरवी करके उन्हें छुड़ाया गया है। इस बीच हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष एसके गर्ग ने बड़े हनुमान मंदिर के प्रबंधन में हुई अनियमितता की न्यायिक जांच करने की मांग की। मुख्यमंत्री से अपील किया कि सुप्रीम कोर्ट अथवा हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज से मामले की जांच कराई जाय।

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गुरु-शिष्य परंपरा को किया कलंकित : डॉ. बिपिन

विश्व पुरोहित परिषद के अध्यक्ष डॉ. बिपिन पांडेय ने आनंद गिरि पर गुरु-शिष्य परंपरा को कलंकित करने का आरोप लगाया है। कहा कि गुरु ईश्वर से बढ़कर होते हैं। गुरु पर सार्वजनिक रूप से जमीन बेचने, दूसरों के लिए संपत्तियां खरीदने का आरोप लगाना अनुचित है। मर्यादा में रहकर आनंद गिरि को आवाज उठानी थी। कहा कि नरेंद्र गिरि ने मतांतरण का मुखर विरोध किया है। इससे उनके शत्रु बढ़े हैं, जो शिष्य के जरिए पर्दे के पीछे से हमला कर रहे हैं। सनातन धर्मावलंबी उनके साथ हैं।

दंडी संन्यासी नरेंद्र गिरि के साथ : विमलदेव

 अखिल भारतीय दंडी संन्यासी प्रबंधन समिति के अध्यक्ष स्वामी विमलदेव आश्रम ने महंत नरेंद्र गिरि को समर्थन दिया है। कहा कि नरेंद्र गिरि का लंबा संन्यासी जीवन है। उन्होंने संन्यास परंपरा का ईमानदारी से पालन किया है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष के रूप में 13 अखाड़ों के विकास सहित हर परंपरा के संतों को सम्मान दिया है। दंडी संन्यासी हमेशा उनके साथ रहेंगे। उन्होंने आनंद गिरि से अपने गुरु से सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगने की अपील की है। कहा कि इससे आनंद गिरि की गरिमा बढ़ेगी।


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