Coronavirus effect : महानगरों से लौटे कामगारों को अपने प्रदेश में मिलेगा रोजगार Prayagraj News
दूसरे राज्यों से लौट रहे कामगारों को प्रदेश में ही काम देने के लिए सरकार ने पहल की है। अभी अलग-अलग श्रेणी में सूची बनाई जा रही है। इनको क्या काम दिया जाएगा वह बाद में तय होगा।
प्रयागराज,जेएनएन। दूसरे राज्यों से घर लौटे बेरोजगार हुए कामगारों के लिए खुशखबरी है। अब उनको कमाने के लिए कहीं बाहर नहीं जाना पड़ेगा। रोजगार मुहैया कराने के लिए कुशल, अद्र्धकुशल और अकुशल श्रेणी में कामगारों की सूची बनाई जा रही है। फिर हुनर के हिसाब से काम दिलाया जाएगा। अकुशल लोगों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
श्रम विभाग कामगारों की तैयार कर रहा सूची
दरअसल पूर्वांचल के जिलों के लाखों कामगार दिल्ली, मुंबई, नोएडा, गाजियाबाद सहित कई महानगरों के उद्योगों में काम कर रहे थे। कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन हो गया। यह लोग काम धंधा छोड़कर घर आ गए। प्रयागराज और आसपास के जिलों में रोजाना हजारों लोग पैदल, कार, बस, ट्रक, ट्रेन आदि से आने का सिलसिला जारी है। श्रम विभाग ब्वायज हाईस्कूल, रामवाटिका और नैनी में कामगारों को लाने और भेजने के लिए बनाए गए कैंप से उनकी लिस्ट तैयार कर रहा है। उप श्रमायुक्त राकेश द्विवेदी ने बताया कि दूसरे राज्यों से लौट रहे कामगारों को प्रदेश में ही काम देने के लिए सरकार ने पहल की है। अभी अलग-अलग श्रेणी में सूची बनाई जा रही है। इनको क्या काम दिया जाएगा, वह बाद में तय होगा।
2,444 के नाम ऑनलाइन दर्ज
बुधवार को जिले के 2,444 कामगारों का नाम ऑनलाइन दर्ज हो गया है। यह काम पांच मई से चल रहा है और कामगारों के लौटने तक चलता रहेगा। यह आंकड़ा केवल शहर का है। तहसील स्तर पर भी आंकड़े जुटाए जा रहे हैं जो बाद में जोड़े जाएंगे।
किस श्रेणी में कितने कामगार
1,285 कुशल
423 अद्र्ध कुशल
729 अकुशल
110 निर्माण संबंधी