राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ : श्री राम मंदिर निर्माण में जनभागीदारी के लिए निकलेंगी महिलाएं
मंदिर निर्माण में आर्थिक सहयोग के जरिए जनभागीदारी के लिए बीती 29 नवंबर को वाराणसी में काशी प्रांत के पदाधिकारियों की बैठक हुई थी। इसमें श्रीराम मंदिर निधि समर्पण समिति के संयोजक सह संयोजक सहित अन्य लोगों के दायित्व सुनिश्चित किए गए।
प्रयागराज, अमलेंदु त्रिपाठी। अयोध्या स्थित भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण में जनभागीदारी बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का जनसंपर्क अभियान दो चरणों में चलेगा। पहला चरण 15 से 30 जनवरी तक चलेगा और दूसरा 15 से 28 फरवरी तक। इसमें पुरुष स्वयंसेवकों के अतिरिक्त महिला स्वयंसेवकों की भी टोलियां धन संग्रह के लिए निकलेंगी। वह घर घर जाएंगी और लोगों की सहभागिता मंदिर निर्माण में सुनिश्चित कराएंगी। प्रांत से लेकर जिला व नगर स्तर पर टोलियां बनाई जाएंगी।
मंदिर निर्माण में आर्थिक सहयोग के जरिए जनभागीदारी के लिए बीती 29 नवंबर को वाराणसी में काशी प्रांत के पदाधिकारियों की बैठक हुई थी। इसमें श्रीराम मंदिर निधि समर्पण समिति के संयोजक, सह संयोजक सहित अन्य लोगों के दायित्व सुनिश्चित किए गए। मंत्रणा में प्रांत प्रचारक रमेश, क्षेत्र प्रचारक अनिल, सह प्रांत कार्यवाह आलोक भी मौजूद थे। काशी मंथन से लौटे पदाधिकारी अब अपने-अपने जिलों में बैठकें करेंगे। प्रयागराज में यह बैठक छह दिसंबर को माधव ज्ञान केंद्र में होगी। इसमें जिला स्तरीय पदाधिकारियों को दायित्व दिया जाएगा। फिर नगर स्तरीय टोलियों का गठन होगा।
29 नगर इकाईयों में विभाजित किया गया जनपद
प्रयागराज जिला 29 नगर इकाईयों में विभाजित किया गया है। छह दिसंबर को होने वाले मंथन में विहिप के पदाधिकारी भी शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक जनभागीदारी में विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अतिरिक्त संघ की आनुषांगिक संस्था राष्ट्र सेविका समिति की पदाधिकारी भी सक्रिय भूमिका निभाएंगी। अपेक्षा यह है कि समिति से जुड़ी सदस्य घर घर जाकर लोगों से मिलेंगी। स्वयंसेवकों ने अपने स्तर से जनसंपर्क शुरू भी कर दिया है। प्रत्येक टोली में महिलाओं की हिस्सेदारी अनिवार्य की गई है।
कूपन व रसीद संग निकलेंगी टोलियां
मंदिर निर्माण में जनभागीदारी के लिए जो टोलियां निकलेंगी, उनके पास कूपन व रसीद भी होगी। पहले चरण में दो हजार रुपये से अधिक का अंशदान लिया जाएगा। फिर सौ और 10 रुपये कीमत वाले कूपन के जरिए लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।