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बेटी को मेहंदी लगाने के बाद फांसी के फंदे पर झूली महिला Prayagraj News

रवीण शुक्ला का ब्याह छह साल पहले कौशांबी में सैनी क्षेत्र के टेरहरा गांव निवासी बृहस्पति देव तिवारी की बेटी अनुपमा से हुआ था। अनुपमा तीन बहनों में बड़ी थी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 22 Nov 2019 10:23 PM (IST)Updated: Sat, 23 Nov 2019 08:21 AM (IST)
बेटी को मेहंदी लगाने के बाद फांसी के फंदे पर झूली महिला Prayagraj News
बेटी को मेहंदी लगाने के बाद फांसी के फंदे पर झूली महिला Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन : अलोपीबाग में गीता निकेतन के पास शुक्रवार दोपहर बेटी को मेहंदी लगाने के कुछ देर बाद अनुपमा शुक्ला (32) ने फांसी लगा ली। हालांकि मायके वालों ने आरोप लगाया कि उसे मारा गया है। दिल्ली से माता-पिता के आने के इंतजार में शव घर से नहीं हटाया गया है। वहां सिपाही तैनात किए गए हैं।

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छह साल पहले हुई थी शादी

अलोपीबाग में रहने वाले प्रवीण शुक्ला का ब्याह छह साल पहले कौशांबी में सैनी क्षेत्र के टेरहरा गांव निवासी बृहस्पति देव तिवारी की बेटी अनुपमा से हुआ था। अनुपमा तीन बहनों में बड़ी थी। बृहस्पति देव दिल्ली में नौकरी करते हैं। अनुपमा ने दिल्ली में पढ़ाई के बाद कुछ समय निजी कंपनी में काम भी किया था। शादी के बाद उसने काम छोड़ दिया। पति प्रवीण ने सोलर लाइट की फर्म बना रखी है। अनुपमा की साढ़े तीन साल की बेटी अनन्या है। इसी साल घर के पास स्कूल में उसका नर्सरी में दाखिला कराया गया है। इसी घर में अनुपमा के जेठ हाईकोर्ट के वकील नवीन भी पत्नी और बेटी संग रहते हैं।

बेटी को भेज दिया था खेलने

जेठानी मोनिषा के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर करीब बारह बजे अनुपमा बेटी अनन्या को स्कूल से लेकर आई। उसे खाना खिलाया। उसके हाथ में मेहंदी भी लगाई। इसके बाद अनन्या को खेलने भेज दिया। करीब घंटे भर बाद बच्ची मां के पास लौटी तो दरवाजा अंदर से बंद था। वह देर तक दरवाजे को थपथपाने के बाद रोने लगी तो आवाज सुनकर वह वहां पहुंची। कमरे की जाली से बच्ची को अंदर भेजा तो उसने दरवाजा खोला। मोनिषा का कहना है कि अनुपमा पंखे में दुपïट्टे के फंदे से लटकी थी। उसे फौरन फंदे से उतारा कि शायद बचाया जा सके। खबर पाकर जेठ नवीन भी आ गए। उनसे सूचना पाकर दारागंज पुलिस पहुंची।

घर से नहीं हटाया गया है शव

बेनीगंज से बुआ विमला और कौशांबी से चाचा बृजेश तिवारी समेत कई रिश्तेदार भी आ गए। नवीन की तरफ से कई वकील भी जुट गए। दिल्ली से पिता बृहस्पति देव ने पुलिस से कहा कि उनके आने से पहले घर से शव नहीं हटाया जाए। माता-पिता रात में दिल्ली से ट्रेन से रवाना हुए। शव पुलिस पहरे में घर पर रखा है। दारागंज थानाध्यक्ष आशुतोष तिवारी का कहना है कि माता-पिता की शिकायत पर केस लिखा जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह साफ हो सकेगी।

मायके वालों ने कहा, मारा गया

खबर पाकर अनुपमा की ससुराल पहुंची बुआ समेत मायके वालों ने कहा कि उसे मारकर फांसी पर लटकाने की बात कही जा रही है। उसे प्रताडि़त किया जा रहा था और मार डाला गया है। डेढ़ साल से घर में कलह बनी थी।


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