Kumbh mela 2019 : शाही स्नान पर परिचयपत्र से ही लगेगी बाबाओं की डुबकी, अखाड़े की पहल
श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन में फर्जी लोगों पर नजर रखने के लिए शाही स्नान पर परिचयपत्र बनाया जा रहा है। इसके बिना अखाड़ा के साथ बाबा संगम में डुबकी नहीं लगा सकेंगे।
कुंभनगर : आप संत हैं या आम श्रद्धालु, उससे फर्क नहीं पड़ता। अगर शाही स्नान करना है तो पहचान पत्र रखना होगा। बिना पहचान पत्र के शाही स्नान नहीं कर पाएंगे। फर्जी बाबाओं व अराजकतत्वों पर नजर रखने के लिए श्रीपंचायती अखाड़ा नया उदासीन शाही स्नान को लेकर कुछ ऐसी ही कवायद कर रहा है। अखाड़ा के शिविर में सारे महात्माओं व प्रमुख भक्तों का परिचय पत्र बनाया जा रहा है। परिचय पत्र उन्हें मौनी अमावस्या व वसंत पंचमी के शाही स्नान पर रखना अनिवार्य होगा, अन्यथा अखाड़ा के जुलूस के पास फटकने पर पुलिस के हवाने कर दिए जाएंगे।
अपने-पराए पर नजर रखने की कवायद
फर्जी बाबाओं व अराजकतत्वों पर नजर रखने के लिए महात्माओं का परिचय पत्र बनाने का प्रस्ताव अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में छह माह पहले पास हो चुका है। कुंभ मेला में लाखों लोगों की भीड़ में अपने व पराए लोगों पर नजर रखने के लिए नया उदासीन अखाड़ा महात्माओं का कंप्यूटराइज परिचय पत्र बनवा रहा है। अखाड़ा के जिन महात्मा व संन्यासिनियों के पास आधार कार्ड है, उनकी फोटो खींचकर परिचय पत्र बन रहा है। शाही स्नान पर जाते समय आइकार्ड के आधार पर उसका मिलान होगा। घाट पर पुन: उसे देखा जाएगा। शाही स्नान करके वापस शिविर आने पर सूची के अनुरूप उसे फिर से मिलाया जाएगा कि कौन आया और कौन नहीं। कोई महात्मा अगर छूटता है तो उसका पता लगाया जाएगा।
परिचय पत्र में होगा यह ब्योरा
परिचय पत्र में महात्मा व संन्यासिनी की फोटो के साथ उनका नाम, पता, पद, मोबाइल नंबर होगा। अखाड़ा के सचिव की मुहर एवं हस्ताक्षर से उसे प्रमाडि़त किया जाएगा।
क्या कहते हैं पंचायती अखाड़ा के महंत
श्रीपंचायती अखाड़ा नया उदासीन के सचिव महंत जगतार मुनि कहते हैं कि मकर संक्रांति के शाही स्नान पर्व में काफी बाहरी लोग घुस गए थे। इससे हमारे महामंडलेश्वरों की चेन व पैसा चोरी हो गया था। इसके चलते महात्माओं का आइकार्ड बनाया जा रहा है। बिना आइकार्ड के कोई शाही स्नान में शामिल नहीं हो पाएगा।