कुंभ से पहले इलाहाबाद के सभी स्टेशनों पर वाइ-फाइ
आगामी वर्ष प्रयाग में होने वाले कुंभ मेले से पूर्व इलाहाबाद के सभी रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा दी जाएगी। आने वाले श्रद्धालुओं को छोटे स्टेशन पर भी इसकी सुविधा मिलेगी।
रमेश यादव, इलाहाबाद : संगम नगरी में अगले साल होने वाले कुंभ के दौरान देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को इलाहाबाद के सभी स्टेशनों पर फ्री वाइ-फाइ की सुविधा मिलेगी। कुंभ के मद्देनजर स्टेशनों पर लगाए जा रहे वाइ-फाइ के मामले में पूर्वोत्तर रेलवे सबसे आगे चल रहा है। इस रेस में उत्तर मध्य रेलवे दूसरे नंबर और उत्तर रेलवे सबसे पिछड़ा हुआ है।
कुंभ के मद्देनजर इलाहाबाद के सभी स्टेशनों (इलाहाबाद जंक्शन, प्रयाग जंक्शन, प्रयागघाट टर्मिनल, इलाहाबाद छिवकी, सूबेदारगंज आदि) का कायाकल्प किया जा रहा है। निर्माण कार्य से लेकर सुंदरीकरण काम तेजी से चल रहा है। श्रद्धालुओं को सभी स्टेशनों पर बेहतर और आधुनिक सुविधाएं मिलें, इस पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसी दिशा में स्टेशनों पर वाइ-फाइ की सुविधा की जा रही है। अभी तक उत्तर मध्य रेलवे के इलाहाबाद जंक्शन पर ही फ्री वाइ-फाइ था। अब पूर्वोत्तर रेलवे के इलाहाबाद सिटी स्टेशन, झूंसी और दारागंज स्टेशन पर भी फ्री वाइ-फाइ हो गया है। हालांकि, इसकी रेंज सीमित है। कुंभ से पहले उत्तर रेलवे के प्रयाग जंक्शन, प्रयागघाट टर्मिनल, फाफामऊ और उत्तर मध्य रेलवे इलाहाबाद छिवकी, नैनी, सूबेदारगंज टर्मिनल स्टेशन पर सुविधा देने की तैयारी चल रही है। पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार का कहना है कि इलाहाबाद सिटी स्टेशन से लेकर ज्ञानपुर स्टेशन तक सभी स्टेशनों पर फ्री वाइ-फाइ की सुविधा शुरू हो गई है। मंडल में 63 स्टेशनों पर वाइ-फाइ की सुविधा शुरू हो गई है। इसमें छोटे-बड़े सभी प्रकार के स्टेशन शामिल हैं। उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक सतीश कुमार का कहना है कि इस दिशा में तेज गति से काम चल रहा है।
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अखाड़ों का काम सुस्त, महंत नाराज
जासं, इलाहाबाद : कुंभ को लेकर अखाड़ों के आश्रम में होने वाले स्थायी निर्माण काम अत्यंत सुस्त चल रहा है। जूना अखाड़ा में अभी तक काम शुरू नहीं हुआ। निर्मल व अटल अखाड़ा का काम धीमा है। इसके अलावा अन्य अखाड़ों का काम भी काफी पिछड़ा है। इसके चलते महंतों ने नाराजगी जताई है। प्रशासन की सुस्त कार्यप्रणाली से नाराज अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद मंडलायुक्त व कुंभ मेलाधिकारी से काम के सुस्त होने का कारण पूछेगा। इसके बाद परिषद का प्रतिनिधिमंडल जल्द मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। कुंभ के मद्देनजर 13 अखाड़ों के आश्रमों में संत, भक्त निवास, शौचालय, किचन का निर्माण प्रशासन की ओर से कराया जाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यह काम सितंबर माह से पहले पूरा करने का लक्ष्य बनाया गया, लेकिन उसकी रफ्तार धीमी है। अखाड़ों के आश्रमों में हो रहे कार्यो की पड़ताल करने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि व महामंत्री महंत हरि गिरि के नेतृत्व में निरीक्षण हुआ। उन्होंने बताया कि प्रशासन का काम संतोषजनक नहीं है। अभी काम की जो रफ्तार चल रही है उससे समय पर कुछ भी पूर्ण नहीं होगा।
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नैनी में बन रही एट लेन रोड
जासं, इलाहाबाद : कुंभ मेले के मद्देनजर नैनी में शहर की पहली एट लेन रोड बन रही है। रोड बनाने के लिए मिट्टी भराई का काम शुरू हो गया है। इसी रोड पर एक तरफ वाहन पार्किंग की भी व्यवस्था होगी।
लेप्रोसी मिशन चौराहा से नए यमुना ब्रिज के बगल से होते हुए अरैल मार्ग तक एट लेन का निर्माण इलाहाबाद विकास प्राधिकरण (एडीए) करा रहा है। इसके लिए शासन से बजट स्वीकृत हो गया है और काम भी शुरू हो गया है। ये रोड पूरी नई बन रही है, क्योंकि पहले वहां सड़क नहीं थी। हालांकि, रोड बनने में कुछ काश्तकारों की जमीन आ रही है, जिसे अधिग्रहीत की जानी है। मेले के पहले जमीन अधिग्रहण का काम आसानी से पूरा हो पाना बड़ा सवाल है। हालांकि, अफसर जमीन अधिग्रहण को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं, फिर भी कहा जा रहा है कि अगर पेच फंसा तो मेले के पहले फोरलेन रोड तैयार कर ली जाएगी। बाकी फोरलेन बाद में बनेगी। मिट्टी भराई के बाद डामरीकरण का काम शुरू होगा।
माडर्न टाउनशिप के लिए भी उपयोगी है रोड
एडीए ने लेप्रोसी मिशन चौराहा के पास ही माडर्न टाउनशिप भी प्रस्तावित की है। यह रोड माडर्न टाउनशिप के लिए भी उपयोगी होगी। मुख्य अभियंता ओपी शर्मा का कहना है कि जमीन अधिग्रहण के लिए भू-अर्जन विभाग काश्तकारों से वार्ता कर रहा है। सरकार से पैसा मिलने पर जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हो जाएगा। दावा किया कि मेले के पहले एट लेन बन जाएगी।
रोड की लंबाई, चौड़ाई और लागत
-1100 मीटर लंबी और 45 मीटर चौड़ी होगी रोड
-1104.70 लाख रुपये आएगी लागत इन क्षेत्र के लोगों को होगा फायदा:
1-रोड के बन जाने से मध्य प्रदेश, मिर्जापुर, बांदा, चित्रकूट आदि जिलों से कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को आने-जाने में आसानी होगी।
2-अरैल, देवरख, गंजिया, खरकौनी, मवैया, देवरख आदि क्षेत्रों के लोग पुराने यमुना ब्रिज के नीचे से होकर आने के बजाय सीधे लेप्रोशी मिशन चौराहे पर पहुंच जाएंगे।
3-चौराहे पर जाम की समस्या भी कम हो जाएगी।
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