यूपी कैबिनेट मंत्री की पत्नी ने कहा- कोरोना वायरस संक्रमण काल में अभिभावकों व शिक्षकों की जिम्मेदारी बढ़ी
डॉ. नीता सिंह ने प्रयागराज प्रवास के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगों से मुलाकात की। उन्होंने बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देने पर बल दिया। अभिभावकों से भी कहा कि वह स्वयं आगे आएं। सब कुछ ट्यूशन व स्कूल शिक्षक पर छोडऩा ठीक नहीं है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण काल ने सब कुछ बदल दिया है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर रहन- सहन तक में बदलाव आ चुका है। इसमें बच्चों पर खास ध्यान देने की जरूरत है। यह जिम्मेदारी अभिभावकों को ही नहीं, शिक्षकों को भी निभानी होगी। पढ़ाई के साथ ही अनुशासन व अन्य आचार व्यवहार पर भी फोकस करना होगा। यह कहना है यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की पत्नी डॉ. नीता सिंह का।
डॉ. नीता सिंह ने प्रयागराज प्रवास के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगों से मुलाकात की। उन्होंने बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देने पर बल दिया। अभिभावकों से भी कहा कि वह स्वयं आगे आएं। सब कुछ ट्यूशन व स्कूल शिक्षक पर छोडऩा ठीक नहीं है। इससे पहले उन्होंने सरस्वती शिशु मंदिर, विद्या मंदिर राजरूपपुर में भी इस बात पर जोर दिया। वहां के शिक्षकों की सराहना भी की थी कि उन्होंने कोरोना काल में बेहतर प्रयास किए। बच्चों से जुड़े रहे।
परिषदीय स्कूलों के शिक्षक भी प्रयास करें
डॉ. नीता सिंह ने कहा कि परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को भी चाहिए कि वह अपने दायित्व को गंभीरता से लें। हमेशा व्यवस्था का रोना न रोएं। उन्हें समाज का महत्वपूर्ण कार्य मिला है। वह पूरे समाज को बदल सकते हैं। जैसा चाहें वैसा राष्ट्र बना सकते हैं। सिर्फ अपने लिए न सोंचे। बच्चों का भला कैसे हो इसपर ध्यान दें। स्कूल के बच्चों को भी अपने घर परिवार के बच्चों की तरह समझें। उन्हें बेहतर भविष्य देने की कोशिश करें।