E-Mandi System: का विरोध कर रहे प्रयागराज में फल व सब्जी के थोक विक्रेता, जानें- क्या है यह ऑनलाइन प्रणाली
ई-मंडी की अनिवार्यता के तहत एक मार्च से सभी फल-सब्जी मंडियों में कारोबार से लेकर हर तरह के कामकाज ऑनलाइन करने का ही नियम लागू हो गया है। इस व्यवस्था का विरोध मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल शुरू से कर रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। ई-मंडी व्यवस्था को लागू करने का प्रयागराज के फल एवं सब्जी के आढ़ती यानी थोक विक्रेता लगातार विरोध कर रहे हैं। पुरानी व्यवस्था को लागू करने के लिए आढ़तियों का प्रतिनिधिमंडल शासन स्तर पर मिल भी रहा है। स्थानीय स्तर पर मंडी प्रशासन मामले में कोई रियायत देने के मूड में नहीं हैं। आढ़तियों के विरोध के कारण ही इस व्यवस्था के लागू हुए 13 दिन बीत जाने के बावजूद मुंडेरा मंडी में शत-प्रतिशत नियम लागू नहीं हो सका। मंडी में इलेक्ट्रानिक प्रवेश पर्ची तो निकाली जा रही है लेकिन, अभी करीब 20 फीसद ही ऑनलाइन कारोबार शुरू हुआ है।
जानें क्या है ई-मंडी और क्यों कारोबारी कर रहे विरोध
ई-मंडी की अनिवार्यता के तहत एक मार्च से सभी फल-सब्जी मंडियों में कारोबार से लेकर हर तरह के कामकाज ऑनलाइन करने का ही नियम लागू हो गया है। इस व्यवस्था का विरोध मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल शुरू से कर रहा है। चार दिन पहले एक प्रतिनिधिमंडल मामले में शासन स्तर से मिलकर गुहार लगाई थी कि आढ़तियों को एक बोरा से लेकर सौ-दो सौ बोरा सब्जी और फल बार-बार बेचना पड़ता है। ऐसे में हर बार इलेक्ट्रानिक प्रवेश पर्ची बनवाना संभव नहीं है। अगर आढ़ती हर बार इलेक्ट्रानिक पर्ची बनवाता रहेगा तो वह कारोबार कब करेगा, क्योंकि इस प्रक्रिया में काफी समय लगता है।
मंडी प्रशासन ने व्यवस्था लागू किया लेकिन अभी दबाव नहीं बनाया जा रहा
शासन के निर्देश पर इस मसले पर दो दिन उप निदेशक और सचिव मंडी की बैठक आढ़तियों के साथ हुई थी। हालांकि इसमें कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका। वहीं, मंडी प्रशासन ने इस व्यवस्था को लागू कर दिया है लेकिन अभी पूरी तरह से दबाव नहीं बना रहा है।
बोले, मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष
मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि यह व्यवस्था बहुत कठिन है। इससे व्यापार करना मुश्किल हो जाएगा। उनका दावा है कि दूसरे राज्यों में इस व्यवस्था को अभी लागू नहीं किया गया है।