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संगम नगरी से दिल्ली और हल्दिया के लिए शुरू होगा जल परिवहन, बढ़ेगा कारोबार और पर्यटन

1350 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय जलमार्ग एक वाराणसी से हल्दिया जलमार्ग शुरू हो चुका है। वाराणसी से प्रयागराज तक गंगा नदी में ड्रेजिंग का कार्य पूरा हो चुका है। वाराणसी गाजीपुर साहिबगंज हल्दिया में मल्टी माडल हब का निर्माण हो रहा है। देश में 40 रिवर पोर्ट बन रहे हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Tue, 21 Dec 2021 01:25 PM (IST)Updated: Tue, 21 Dec 2021 01:25 PM (IST)
संगम नगरी से दिल्ली और हल्दिया के लिए शुरू होगा जल परिवहन, बढ़ेगा कारोबार और पर्यटन
सोनीपत-पानीपत से दिल्ली, मथुरा, आगरा, इटावा होते हुए प्रयागराज तक जलमार्ग बनेगा

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। आने वाले दिनों में संगम नगरी से हल्दिया के लिए जलमार्ग से परिवहन हो सकेगा। इसके अलावा यहां से दिल्ली होते हुए सोनीपत तक भी जलयान से यात्रा की जा सकेगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने तैयारी कर ली है। सोमवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी घोषणा की थी। माना जा रहा है कि जल मार्ग तैयार होने से प्रयागराज से व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

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40 रीवर पोर्ट बन रहे देश भर में

उल्लेखनीय है कि सोमवार को मीरजापुर आगमन पर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने बताया था कि 1350 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय जलमार्ग एक वाराणसी से हल्दिया जलमार्ग शुरू हो चुका है। वाराणसी से प्रयागराज तक गंगा नदी में ड्रेजिंग का कार्य भी पूरा हो चुका है। वाराणसी, गाजीपुर, साहिबगंज एवं हल्दिया में मल्टी माडल हब का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि देश भर में 40 रिवर पोर्ट बन रहे हैं। गंगा नदी किनारे मीरजापुर के रिवर पोर्ट को मान्यता दी जा चुकी है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सोनीपत-पानीपत से दिल्ली, मथुरा, आगरा, इटावा होते हुए यमुना नदी के जरिए प्रयागराज को जलमार्ग से जोड़ने के प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि वह अगली बार दिल्ली से सी-प्लेन पर बैठकर यहां आएंगे।

चार जनवरी से संग्रहालय में दो दिनी संवाद

प्रयागराज : भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की भूमिका पर इलाहाबाद राष्ट्रीय संग्रहालय चार जनवरी से दो दिवसीय संवाद का आयोजन करेगा। उसी दिन 'शिव' के विभिन्न स्वरूपों पर प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इन दोनों ही कार्यक्रम का उद्घाटन करने के लिए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आ सकती हैं। संग्रहालय प्रशासन ने तैयारी पर चर्चा के लिए सोमवार को आपस में विचार विमर्श किया।कार्यक्रम के निर्धारण पर राजभवन से पत्र भी संग्रहालय में आ चुका है। प्रदर्शनी और संवाद चार जनवरी को दोपहर तीन बजे से होंगे। संग्रहालय के वित्त एवं लेखाधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि राज्यपाल के आने का कार्यक्रम इसी सप्ताह तय हो जाएगा।


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