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पुलिस पर हमला बोल ग्रामीणों ने गिरफ्तार व्यक्ति को छुड़ाया

मेजा थाना क्षेत्र के पौसिया दुबे गांव में खड़ंजे पर अवैध कब्जे की जांच करने पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर आरोपित को छुड़ा लिया। बाद में भारी संख्या में पहुंची पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 May 2018 08:00 PM (IST)Updated: Sun, 13 May 2018 08:00 PM (IST)
पुलिस पर हमला बोल ग्रामीणों ने गिरफ्तार व्यक्ति को छुड़ाया
पुलिस पर हमला बोल ग्रामीणों ने गिरफ्तार व्यक्ति को छुड़ाया

इलाहाबाद : क्षेत्र के पौसिया दुबे गांव में खड़ंजे पर किये जा रहे अवैध कब्जे की जांच करने पहुंची मेजा पुलिस पर आरोपियों ने हमला बोल दिया। हंगामा करते हुऐ पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये व्यक्ति को जबरन छुड़ा लिया। बाद में पहुंची पुलिस फोर्स ने स्थिति को नियंत्रित करते हुये आधा दर्जन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।

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गांव निवासी महा नारायण ने तहसील दिवस में शिकायत किया था कि उनके गांव के खड़ंजे पर कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा है। उक्त मामले को लेकर गांव के दो पक्षों में पहले से ही विवाद चला आ रहा है, जिसमें मारपीट भी हुई थी और थाने में एनसीआर भी दर्ज हुआ था। शिकायत के आधार पर प्रभारी चौकी इंचार्ज मेजा राज कमल यादव एवं सिपाही अनीस कुमार गांव पहुंचे। और दोनों पक्षों से वार्ता शुरू किया ही था कि दोनों पक्ष आपस में भिड़ गये और मारपीट होने लगी। ऐसी दशा में पुलिस दूसरे पक्ष के अजय कुमार सहित दो लोगों को पकड़ कर पुलिस चौकी ले जाने लगी। तभी कुछ ग्रामीण एवं महिलाएं पुलिस पर हमलावर हो गयी और एक व्यक्ति को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ा लिया। ऐसी दशा में पुलिस वहां से हट गयी और मेजा कोतवाली को सूचना देते हुऐ भारी पुलिस फोर्स बुलवा लिया। मौके पर पहुंची कोतवाली की पुलिस फोर्स ने स्थिति को काबू में करते हुए दूसरे पक्ष के आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने हमला करने वालों पर किसी भी प्रकार की कोई रिपोर्ट दर्ज नही किया था।

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एक पक्षीय कार्रवाई पर आक्रोश

गांव निवासी महा नारायण एवं अजय कुमार के बीच खड़ंजे पर कब्जे को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है। इस मामले में कई बार मारपीट भी हुई, प्रत्येक बार दोनों पक्ष थाने पहुंचे लेकिन आज तक पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया बल्कि दोनों पक्षों को ही संतुष्ट करती रही। शनिवार की सुबह जब सब इंसपेक्टर राज कमल एवं सिपाही अनिस अहमद दूसरे पक्ष अजय कुमार एवं उसके परिजनों को गिरफ्तार कर लाने लगे तो परिवार के लोगों ने गमी की बात कहते हुए बाद में हम थाने पहुंच जायेंगे। रोती बिलखती महिलाओं ने भी पुलिस के पैर पकड़ कर आज चले जाने की बात कही। बता दे कि अजय कुमार के बड़े पिता राम इकबाल के पुत्र कृष्ण कुमार जो कि कटनी मध्य प्रदेश में नौकरी करते थे कि बीती रात को उनकी अचानक मौत हो गयी थी। इसके बाद भी जब पुलिस अजय एवं एक अन्य को जबरदस्ती ले जाने लगी तो महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा और वह पुलिस पर हमलावर हो गयीं। सब इंसपेक्टर राज कमल यादव एवं सिपाही अनीस अहमद पर ग्रामीण पहली बार हमलावर नही हुए हैं। इसके पहले भी इसकी कार्यशैली को लेकर ग्रामीण हमलावर हुए है, जिसमें इन्हें बैरंग वापस होना पड़ा है।


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