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ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापिका को स्कूल में घुसने से रोका Prayagraj News

स्कूल का ताला नहीं खुलने पर ग्रामीणों ने अफसरों से इसकी शिकायत की। सूचना मिलने पर एसडीएम व बीडीओ जसरा पहुंचे। इन अधिकारियों ने पाया कि स्कूल का गेट बाहर से बंद था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 23 Nov 2019 11:40 AM (IST)Updated: Sat, 23 Nov 2019 11:40 AM (IST)
ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापिका को स्कूल में घुसने से रोका Prayagraj News
ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापिका को स्कूल में घुसने से रोका Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। विकास खंड जसरा के प्राथमिक विद्यालय पूरे बैजनाथ गींज में ताला बंद कर गैरहाजिर रहने वाली प्रधानाध्यापिका रंजना सिंह को निलंबित कर दिया गया है। एसडीएम की रिपोर्ट पर बीएसए ने यह कार्रवाई की है। गांववासी काफी दिनों से अधिकारियों से उनके विद्यालय न आने की शिकायत कर रहे थे। हालांकि शुक्रवार को प्रधानाध्यापिका स्कूल पहुंची तो ग्रामवासियों ने उन्हें अंदर नहीं घुसने दिया। प्रधानाध्यापिका के हंगामा करने पर संकुल  प्रभारी ने उन्हें निलंबित किए जाने की सूचना दी।

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प्रधानाध्यापिका के देर से आने पर बाहर बैठे मिले थे बच्‍चे और शिक्षक, निलंबित

गौरतलब है कि प्रधानाध्यापिका काफी अरसे से यहां तैनात थीं। गुरुवार को प्रधानाध्यापिका रंजना सिंह के विद्यालय नहीं पहुंचने पर बच्चे एवं शिक्षक काफी देर तक बाहर ही खड़े रहे। स्कूल का ताला नहीं खुलने पर ग्रामीणों ने अफसरों से इसकी शिकायत की। सूचना मिलने पर एसडीएम व बीडीओ जसरा पहुंचे। इन अधिकारियों ने पाया कि स्कूल का गेट बाहर से बंद था। बच्चे, सहायक अध्यापक मनोज पाण्डेय के साथ बाहर बैठे मिले। 

मनमानी का लगाया आरोप

ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापिका के खिलाफ मिड डे मील में अनियमितता, शिक्षण कार्य न करने,बच्चों से जबरन शौचालय साफ करवाना,गांव वालों को धमकी देना, स्कूल प्रबंध समिति की बैठक न करवाना, फर्जी हस्ताक्षर कर पैसे निकालना, कंपोजिट ग्रांट से कोई काम न कराना, विद्यालय देर से आना जैसे कई आरोप लगाए। गांववासियों के दबाव में बीएसए ने प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया।

संकुल प्रभारी ने निलंबन पत्र पढ़ कर सुनाया तब लौटीं प्रधानाध्यापिका

शुक्रवार को सुबह जब प्रधानाध्यापिका रंजना सिंह विद्यालय पहुंची तो लोगों ने उनका विरोध किया और विद्यालय में नहीं घुसने दिया। मौके पर संकुल प्रभारी के आने और निलंबन पत्र को पढ़ कर सुनाने के बाद भी लोगों ने कहा कि प्रधानाध्यापिका को विद्यालय में प्रवेश नहीं करने देंगे। प्रधानाध्यापिका लोगों को मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर वहां से निकल गई। उसके बाद विद्यालय खुला और शिक्षण कार्य बहाल हो सका। आन्दोलन का नेतृत्व कर रहे आशीष राज त्रिपाठी जसरा ब्लाक अध्यक्ष भाकियू (भानु) ने कहा कि शोषण करने वाले अधिकारी को बख्सा नहीं जाएगा। भाकियू(भानु ) के मंडल महासचिव केके मिश्रा ने कहा उच्च अधिकारियों की सह पर ही कोई प्रधानाध्यापिका इतनी मनमानी कर सकती है। उक्त मौके पर अशोक,रूपा, आशा,सरस्वती,सतीश,बसंत,राजू, दिनेश,कमला आदि मौजूद थीं।


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