प्रयागराज में सीरो सर्वे शुरू, ग्रामीणों और कैंट क्षेत्रवासियों की चेक होगी एंटीबाडी
कोविड-19 के नोडल अधिकारी डा. ऋषि सहाय का कहना है कि एक यूनिट में 24 लोगों का सीरो सर्विलांस किया जाना है। एक घर से छह लोगों का नमूना लिया जाएगा। इसमें पहले दो पुरुष फिर दो महिलाएं और उसके बाद दो बच्चों का सर्वे होना है।
प्रयागराज,जेएनएन। कोविड-19 से रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक वाले ही दमदारी से संघर्ष कर पाएंगे। यह क्षमता किसमें कितनी है यह परखने के लिए जनपद में शुक्रवार से सीरो सर्विलांस शुरू हुआ है। सरकारी गाइडलाइन के अनुसार फोकस अभी केवल ग्रामीण क्षेत्रों पर है। गुरुवार को इसके लिए टीमों को प्रशिक्षण दिया गया था। कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में नमूने भी एकत्र किए जाने लगे। जिला क्षय रोग अधिकारी व सीरो सॢवलांस के नोडल डा. एके तिवारी ने बताया कि परिणाम का आंकलन करने के बाद कोरोना की रोकथाम और बचाव के लिए भविष्य की योजनाएं बनाई जाएंगी।
नंबर गेम :
30 गांव में होगा सीरो सर्विलांस
01 क्षेत्र शहर में निर्धारित किया गया
03 दिन तक चलेगा अभियान
10 टीमें बनाई गई हैं अधिकारी/ कर्मचारी की
06 लोगों के एक घर से लिए जाएंगे नमूने
24 लोगों का बनाया जाएगा एक समूह
2011 की जनगणना के अनुसार किया गया है समूहों का निर्धारण
02-दो लोगों का बनाया जाएगा एक जोड़ा
2020 में सितंबर में हुआ था ऐसा ही सर्विलांस
सर्विलांस टीम में इन्हें किया शामिल
चिकित्साधिकारी, लैब टेक्नीशियन, एएनएम और एक आशा कार्यकर्ता को शामिल किया गया है। एएनएम का काम अभिलेखीय, आशा कार्यकर्ता घर-घर भ्रमण, लैब टेक्नीशियन रक्त के नमूने का काम कर रहे हैं।
42 पोस्ट कोविड के भी लिए जाएंगे नमूने
सीरो सर्विलांस में पहली बार 42 ऐसे लोगों के रक्त नमूने लेकर उनमें एंटीबाडी की जांच की जाएगी जिन्हें पहली लहर में कोरोना संक्रमण पॉजिटिव हुआ था। इन सभी के नाम पते और मोबाइल फोन नंबर शासन से जिले के स्वास्थ्य महकमे को भेजे गए हैं।
जांच के लिए सीरम भेजा जाएगा लखनऊ
कोविड-19 के नोडल अधिकारी डा. ऋषि सहाय का कहना है कि एक यूनिट में 24 लोगों का सीरो सर्विलांस किया जाना है। एक घर से छह लोगों का नमूना लिया जाएगा। इसमें पहले दो पुरुष, फिर दो महिलाएं और उसके बाद दो बच्चों का सर्वे होना है। इनकी लिखित सहमति के बाद ही रक्त नमूने लिए जाएंगे। इन रक्त नमूनों से मेडिकल कालेज में एंटीफ्यूज प्रक्रिया के तहत सीरम अलग किया जाएगा। उस सीरम को एंटीबाडी जांच के लिए केजीएमयू लखनऊ भेजा जाएगा।