मास्टर चाबी और पेचकस से वाहनों काे खाेलते और तोड़ देते थे लॉक, गिरफ्तार शातिर ने उगला राज
वाहन का लॉक तोड़ने और खोलने के बाद वाहन को स्टार्ट करने के लिए वायरिंग को ब्लेड से काट दिया जाता था। पलभर में उसके तारों को जोड़कर वाहन को स्टार्ट कर भाग जाते थे। कोरोना काल में वे बाजारों से वाहनों को चोरी नहीं कर पा रहे थे।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में कोतवाली पुलिस ने वाहन चोर गैंग के जिस सदस्य को शनिवार को पकड़ा, वह बेहद शातिर है। पूछताछ में उसने बताया कि वह और उसके गिरोह के सदस्य वाहनों के लॉक खोलने और तोड़ने के लिए मास्टर चाबी व पेचकस का इस्तेमाल करते थे। दोपहिया वाहन चोरी करने में एक से दो मिनट का समय ही लगता था। जहां से वाहन को चोरी किया जाता था, वहां गिरोह के तीन लाेग जरूर इधर-उधर रहते थे, ताकि अगर किसी प्रकार का खतरा दिखे तो मदद को पहुंच सकें।
वायरिंग काटकर तार जोड़ स्टार्ट कर लेते थे वाहन
वाहन का लॉक तोड़ने और खोलने के बाद वाहन को स्टार्ट करने के लिए वायरिंग को ब्लेड से काट दिया जाता था। पलभर में उसके तारों को जोड़कर वाहन को स्टार्ट कर नौ दो ग्यारह हो जाते थे। कोरोना काल में वे बाजारों से वाहनों को चोरी नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में लोगों के घरों के बाहर खड़े वाहनों को निशाना बना रहे थे।
10-15 हजार में बेच देते थे चोरी के वाहन
चोरी के वाहनों को ये औने-पौने दाम पर बेच देते थे। बिलकुल नई बाइकों को ये 10-15 हजार रुपये में बेचते थे। प्रयागराज से चोरी वाहनों को कौशांबी समेत दूसरे जनपदों में बेचते थे, जबकि दूसरे जिलों से चोरी किए वाहनों को प्रयागराज व आसपास के जनपदों में बेचा जाता था।
ईदगाह के पास से हुआ गिरफ्तार
रामबाग चौराहे के पास ईदगाह के पास चौकी प्रभारी साउथ मलाका गौरव सिंह ने वाहनों की जांच के दौरान वाहन चोर गैंग के सदस्य आकाश कुमार शुक्ला को गिरफ्तार किया था। वह कौशांबी जनपद का रहने वाला है। उसके पास से चोरी की स्कूटी, तमंचा-कारतूस बरामद किया गया था। पूछताछ में उसने अपने गिरोह के कई सदस्यों के नाम बताए हैं।