सत्संग के जरिए मतांतरण का पता लगाएगी VHP, गांव से लेकर शहर तक गठित होंगी टोलियां Prayagraj News
संगठन सूत्रों का कहना है कि दो दिवसीय चिंतन शिविर में तय किया गया कि समरस समाज के लिए हर किसी को आगे आना होगा। बढ़ रहे मतांतरण को रोकना लक्ष्य होगा। इसके लिए सत्संग प्रमुख के नेतृत्व में सभी प्रखंडों में टोलियों के गठन किया जाएगा।
प्रयागराज,जेएनएन। धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने प्रयास तेज कर दिए हैं। समरस समाज की स्थापना के साथ धर्मांतरण रोकना अब प्रमुख लक्ष्य है। माघ मेला क्षेत्र में काशी प्रांत की बैठक में तय किया गया कि सत्संग के जरिए मतांतरण (धर्मांतरण) का पता लगाया जाएगा। इसके लिए प्रखंडों में टोलियों का भी गठन होगा। यह टोलियां गांव से लेकर शहर तक सक्रिय रहेंगी।
संगठन सूत्रों का कहना है कि दो दिवसीय चिंतन शिविर में तय किया गया कि समरस समाज के लिए हर किसी को आगे आना होगा। बढ़ रहे मतांतरण को रोकना लक्ष्य होगा। इसके लिए सत्संग प्रमुख के नेतृत्व में सभी प्रखंडों में टोलियों के गठन किया जाएगा। प्रत्येक टोली में कम से कम पांच सदस्य रहेंगे। सप्ताह में कम से कम एक दिन सभी गांव व मोहल्लों में सत्संग का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन मेें प्रत्येक व्यक्ति की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। इसके माध्यम से जिन इलाकों में मतांतरण की जानकारी आएगी, उसे गंभीरता से लेकर वजहों पर चिंतन होगा और लोगों की घर वापसी के लिए भी प्रयास संगठन की ओर से कराया जाएगा।
मातृशक्ति को आत्मरक्षा के गुर सिखाएंगे
सत्संग करने वाली टोली में महिलाएं भी होंगी। गांव और मोहल्लों में जाकर महिलाओं से संपर्क कर भारतीय तीज त्योहार व अन्य सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। सामाजिक जरूरतों को पूरा करने के साथ ही कुरीतियों को दूर करने के लिए भी प्रयास होंगे। संगठन की तरफ से मातृशक्ति को प्रशिक्षित किया जाएगा। आत्मरक्षा के गुर भी सिखाएं जाएंगे। दंड चलाने, तलवारबाजी के अतिरिक्त ताइक्वांडो आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा।