नदी तीरे सेवा और संस्कार की पाठशाला, प्रतापगढ़ में वेदपाठी बटुक बना रहे स्वस्थ समाज
आश्रम के सामाजिक कार्य नए वर्ष में तेज किए जाएंगे। कोरोना काल में लोगों की सेवा का जो अभियान चला उसे नए संकट को देखते हुए और गति देने का संकल्प है। महंत मनोज बताते हैं कि इसकी रूपरेखा बनाई गई है। संस्कार विस्तार कार्यक्रम को शुरू किया जाएगा।
प्रतापगढ़, जेएनएन। शहर से होकर कल-कल बहने वाली सई नदी के किनारे केवल धार्मिक आस्था ही नहीं सेवा और संस्कारों की गंगा भी बहती है। यहां के सच्चा बाबा आश्रम में स्वस्थ समाज के संकल्प को साकार किया जाता है। नदी के एक किनारे पर मां बेल्हा देवी सनातन आस्था को शक्ति दे रही हैं। दूसरे तट पर सच्चा आश्रम में संस्कृत और संस्कारों की निश्शुल्क शिक्षा दी जाती है। समाज के सुख-दुख में सहभागी बनने की प्रेरणा दी जा रही है।
अनुष्ठानों से सामाजिक कल्याण और स्वास्थ्य का वातावरण
सच्चा आश्रम के संचालक महंत मनोज ब्रह्मचारी वेद पाठ विद्यार्थियों को भारतीय गुरुकुल परंपरा से जोड़ रहे हैं। देश प्रेम, माता-पिता की सेवा जैसी सीख भी उनको दी जाती है। देववाणी संस्कृत को जन-जन में पहुंचाने की बात होती है। यहां पर पारद शिवलिंग के पूजन के जरिए जनमानस को दैवी आपदा से बचाने की प्रार्थना की जाती है। इसके अलावा कई प्रकार के अनुष्ठानों के माध्यम से सामाजिक कल्याण और स्वास्थ्य का वातावरण बनाया जाता है। जंगल के बीच हरियाली के वातावरण में स्थित आश्रम में अब सामाजिक कुरीतियों को दूर करने पर हर सप्ताह मंथन होता है। धरती, वृक्षों के संरक्षण के बारे में बताया जाता है। जिले में होने वाले दहेजरहित विवाह, समरसता सम्मेलन जैसे आयोजनों में आश्रम की सहभागिता स्वस्थ समाज में योगदान देने वाली होती है।
पर्यटक भी होते हैं सहभागी
यह आश्रम आयोध्या व प्रयागराज के मार्ग पर है। इससे दर्शनार्थी, संत, उपदेशक व पर्यटक गुजरते रहते हैं। उनका प्रवास होता है तो उनको भी संस्कारों की गंगा में डुबकी लगवाई जाती है। उनकी चर्चा-परिचर्चा सामाजिक विषयों पर होती है। बच्चों के विविध संस्कर कराए जाते हैं।
तेज होगा सामाजिक अभियान
आश्रम पर होने वाले सामाजिक कार्य नए वर्ष में तेज किए जाएंगे। कोरोना काल में लोगों की सेवा का जो अभियान चला उसे नए संकट को देखते हुए और गति देने का संकल्प है। महंत मनोज बताते हैं कि इसकी रूपरेखा बनाई गई है। संस्कार विस्तार कार्यक्रम को भी शुरू किया जाएगा।