यूपी टीईटी परीक्षा के आठ मूल अभ्यर्थियों पर भी केस, प्रयागराज पुलिस ने मुकदमे में जोड़े नाम
टीईटी में तीन लेखपाल आठ साल्वर सहित 13 लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आठ मूल अभ्यर्थियों के खिलाफ भी केस लिखा है। पुलिस ने साल्वरों के विरुद्ध एफआइआर में अभ्यर्थियों का नाम बढ़ाया है। अब गैंग से संपर्क करने वाले अभ्यर्थियों पर भी शिकंजा कस गया है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में तीन लेखपाल, आठ साल्वर सहित 13 लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आठ मूल अभ्यर्थियों के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया है। खुल्दाबाद पुलिस ने साल्वरों के विरुद्ध हुई एफआइआर में अभ्यर्थियों का नाम बढ़ाया है। इस कार्रवाई से अब गैंग से संपर्क करने वाले अभ्यर्थियों पर भी शिकंजा कस गया है।
13 हुए थे गैंग के गिरफ्तार जिनमें तीन लेखपाल भी शामिल
पुलिस का कहना है कि झूंसी के विपिन कुमार, करछना के दीपचंद्र, आजमगढ़ के कृष्ण कुमार, दुबेपुर उपरहार के जितेंद्र कुमार, सर्वेश कुमार दुबे, जसरा के रमेश कुमार, दारागंज के प्रशांत कुमार, और शैलेंद्र कुमार के विरुद्ध मुकदमा लिखा गया है। पकड़े गए साल्वरों को इन्हीं की जगह पर परीक्षा देनी थी। सभी के परीक्षा केंद्र भी अलग-अलग थे। अब सभी के बारे में परीक्षा आयोजित कराने वाले आयोग से जानकारी जुटाई जाएगी। इसके बाद नोटिस जारी करते हुए अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। क्राइम ब्रांच और खुल्दाबाद पुलिस ने संयुक्त रूप से रेलवे स्टेशन के बाहर से साल्वर गैंग के सरगना समेत 13 लोगों को पकड़ा था। आरोपितों गोरखपुर व मेजा में कार्यरत तीन लेखपाल भी शामिल हैं।
महिला को धमकी, छह पर एफआइआर
प्रयागराज : भारतीय भवन मोहल्ले में रहने वाली रितु त्रिपाठी को जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। पीड़िता की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने संजय ओझा, सीमा ओझा, अनुपम उर्फ अनुराग त्रिपाठी, शांतनु पांडेय, कामेश्वर त्रिपाठी और यज्ञेश पांडेय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि संजय ने उनकी कार को जबरन कब्जा करके रखा था, जो सिविल लाइंस से बरामद हुई है। पिछले डेढ़ साल से डरा-धमका रहे थे। उनका बेटा भी लापता है, जिसकी गुमशुदगी में इनका हाथ हो सकता है। महिला ने अपनी व अपनी बेटी पर भविष्य में हमले की आशंका जताते हुए सुरक्षा की गुहार भी लगाई है।