UP Shikshak Bharti News : एसटीएफ संदिग्ध टॉपरों का ब्योरा खंगाला रही है, गिरोह सदस्यों की भी तलाश Prayagraj News
UP Shikshak Bharti News कतिपय छात्र व अभ्यर्थी एसटीएफ को से शिकायतें की थीं जिसमें लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों के नाम व अंक बताए गए हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा किया गया था। इस फर्जीवाड़े की जांच में जुटी स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) अब संदिग्ध टॉपरों को भी ट्रेस करने में जुटी है। एसटीएफ यह पता लगा रही है कि कथित टॉपर कहां-कहां के रहने वाले हैं और उन्होंने किस परीक्षा केंद्र में बैठकर लिखित परीक्षा दी थी। इस तथ्य की भी तफ्तीश की जा रही है कि मोस्टवांडेट स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव और फर्जीवाड़ा गिरोह के सरगना डॉ. केएल पटेल के संपर्क में कितने अभ्यर्थी थे। अब तक छानबीन में एसटीएफ के हाथ कुछ सुराग लगे हैं, जिसके आधार पर विवेचना को आगे बढ़ाया जा रहा है।
छात्र व अभ्यर्थियों ने एसटीएफ से की थी शिकायत
कुछ दिन पहले कतिपय छात्र व अभ्यर्थी एसटीएफ को अलग-अलग माध्यम से कई शिकायत की थी, जिसमें लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों के नाम व अंक बताए गए हैं। यह भी कहा गया है सहायक शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा 150 नंबर की हुई थी। हालांकि कई अभ्यर्थी गिरोह की मदद से फर्जीवाड़ा कर 120 से ज्यादा नंबर हासिल कर लिए। इसी आधार पर संदिग्ध टॉपरों का ब्योरा खंगाला जा रहा है।
एसटीएफ का दावा, गिरोह का नेटवर्क कई जिलों तक फैला है
एसटीएफ के अधिकारियों का दावा है कि डॉ. केएल पटेल के गिरोह का नेटवर्क कई जिलों तक फैला है। ऐसे में यह भी माना जा रहा है कि फर्जीवाड़ा करके परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी भी कई जिलों के हैं। लिहाजा उनके बारे में छानबीन की जा रही है। इसके साथ ही एसटीएफ की एक टीम मामले में फरार अभियुक्त चंद्रमा यादव, भदोही के मायापति दुबे, प्रतापगढ़ के दुर्गेश पटेल व संदीप की तलाश कर रही है। कहा जा रह है कि जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।