UP Shikshak Bharti News : मोस्टवांटेड चंद्रमा की गिरफ्तारी नहीं हुई, एसटीएफ की कार्यशैली पर उठे सवाल Prayagraj News
UP Shikshak Bharti News धूमनगंज के प्रीतम नगर के रहने वाले स्कूल प्रबंधक चंद्रमा के खिलाफ टीईटी का पर्चा आउट कराने के आरोप में भी सिविल लाइंस थाने में एफआइआर दर्ज हुई थी।
प्रयागराज, जेएनएन। परिषदीय विद्यालयों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा मामले में फरार चल रहे मोस्टवांटेड स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) लगातार गिरफ्तारी के लिए दबिश देने का दावा कर रही है। फिलहाल अभी तक अभियुक्त गिरफ्त में नहीं आया। इसको लेकर एसटीएफ की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
हाईप्रोफाइल मामले में वह लगातार एसटीएफ को चकमा दे रहा
धूमनगंज के प्रीतम नगर के रहने वाले स्कूल प्रबंधक चंद्रमा के खिलाफ टीईटी का पर्चा आउट कराने के आरोप में भी सिविल लाइंस थाने में एफआइआर दर्ज हुई थी। तब एसटीएफ ने ही चंद्रमा समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। हालांकि इस हाईप्रोफाइल मामले में वह लगातार एसटीएफ को चकमा दे रहा है। एसटीएफ के अधिकारी उस पर शिकंजा करने के लिए हर तरह का जतन कर रहे हैं, मगर उसके मोबाइल की लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही हैं।
मायापति और संदीप अभी भी फरार
वहीं, भदोही का मायापति दुबे और प्रतापगढ़ का दुर्गेश पटेल व संदीप पटेल भी अब तक फरार हैं। इनकी गिरफ्तारी न होने से एसटीएफ को उन अभ्यर्थयों के बारे में कोई सुराग नहीं मिल पर रहा, जिनके नाम सरगना डॉ. केएल पटेल से मिली डायरी में दर्ज हैं। कहा जा रहा है कि डायरी के आधार पर एसटीएफ ने तीन अभ्यथी को ट्रेस भी किया है लेकिन सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही है। वह कहां के रहने वाले हैं और सहायक शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में पास हुए अथवा फेल, इसके बारे में फरार अभियुक्तों से ही पता चल सकेगा।
एसटीएफ की कार्यशैली पर उठे सवाल
फिलहाल मामले की विवेचना मिलने के कई दिन बाद भी किसी आरोपित की गिरफ्तारी न होने से कुछ अभ्यर्थीं से लेकर दूसरे लोग भी एसटीएफ की कार्यशैली पर सवाल उठाने लगे हैं।
भदोही में छापा, मायापति की तलाश
सोरांव थाने में दर्ज सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा में भदोही के कोईरौना निवासी मायापति दुबे नामजद आरोपित है। एसटीएफ का दावा है कि गुरुवार को उसकी तलाश में छापेमारी की गई, लेकिन वह नहीं मिल सका। उसकी गिरफ्तारी के लिए अब वाराणसी एसटीएफ की भी मदद लिए जाने की बात कही जा रही है। मायापति का भाई रुद्रपति इसी मामले में जेल में है।