UP Panchayat Chunav 2021 : प्रयागराज में निर्विरोध चुने गए आठ प्रधान और 49 बीडीसी, जानिए अब किस पद पर कितने प्रत्याशी हैं मैदान
UP Panchayat Chunav 2021 अब जिला पंचायत के लिए 84 सीटों पर चुनाव लडऩे के लिए 1457 प्रत्याशी मैदान में हैं। नाम वापसी के बाद ग्राम प्रधान की 1540 सीटों पर अब 11939 प्रत्याशी मैदान में है। सभी को देर रात तक चुनाव चिह्न का आवंटन कर दिया गया है।
प्रयागराज,जेएनएन। नामांकन पत्रों की जांच के बाद बुधवार की सुबह आठ से अपराह्न तीन बजे तक नाम वापसी हुई। नाम वापसी के बाद बहादुरपुर के पांच और भगवतपुर के तीन प्रधान निर्विरोध निर्वाचित हो गए। ऐसे ही क्षेत्र पंचायत सदस्य के कुल 49 प्रत्याशी निर्विरोध चुन लिए गए। जबकि ग्राम पंचायत सदस्य के लिए सबसे अधिक 8416 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं।
जिला पंचायत सदस्यों के नाम वापसी जिला पंचायत कार्यालय में हुई। यहां पर 67 प्रत्याशियों ने पर्चा वापस ले लिया। अब जिला पंचायत के लिए 84 सीटों पर चुनाव लडऩे के लिए 1457 प्रत्याशी मैदान में हैं। नाम वापसी के बाद ग्राम प्रधान की 1540 सीटों पर अब 11939 प्रत्याशी मैदान में है। इन सभी को देर रात तक चुनाव चिह्न का आवंटन कर दिया गया है। बीडीसी के 2086 सीटों के सापेक्ष 9348 प्रत्याशी मैदान में है। वहीं ग्राम पंचायत सदस्य के लिए अब 5795 प्रत्याशी है। इस पद के लिए जितने प्रत्याशी बचे हैं, उससे ज्यादा निर्विरोध हो चुके हैं।
सरकारी गनर पाने के बाद पिछले कई दिनों में चर्चा में रहा
अतीक का गुर्गा आबिद प्रधान इस बार रसूलपुर काजी से निर्विरोध प्रधान चुना गया है। इससे पहले वह दो बार और उसकी पत्नी एक बार प्रधान रह चुके हैं। लगातार चौथी बार प्रधान चुने गए आबिद प्रधान को पिछले दिनों सरकारी गनर मुहैया कराया गया। जबकि कुछ दिनों पहले ही अतीक का गुर्गा होने, जमीन पर अवैध कब्जा करने सहित कई आरोपों के चलते उसका मकान जमींदोज किया गया है। गनर मिलने पर फूलपुर की सांसद केसरी देवी ने भी आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा कि अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति को गनर नहीं देना चाहिए। प्रशासन को फिर से इस पर विचार करना चाहिए।
सपा नेता का भतीजा चुना गया निर्विरोध प्रधान
इनके अलावा भगवतपुर ब्लाक के फुलवा गांव से सपा नेता रामलोचन के भतीजे शनि यादव निर्विरोध प्रधान चुने गए हैं। शनि को प्रधान चुनने के लिए ग्रामीणों ने आपस में पंचायत की और सर्वसम्मति से उन्हें प्रधान चुन लिया गया। उनके खिलाफ किसी ने पर्चा भी नहीं भरा। उन्होंने बताया कि 2005 में उनके पहले रामानंद सिंह यादव भी निर्विरोध चुने गए थे।
निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष के बेटे और बहू निर्विरोध बीडीसी चुने गए
मांडा ब्लाक से क्षेत्र पंचायत सदस्य में निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा सिंह के बेटे प्रगति सिंह और बहु धनवंत सिंह से चुने गए हैं। यहां भी बीडीसी पद अब मतदान नहीं होगा।