यूपी चुनाव 2022: प्रयागराज नगर निगम सीमा में आए उम्मीदवारों की बढ़ेगी परेशानी, जानिए कारण
नगर निगम सीमा में शामिल होने वाले ग्राम पंचायत के नागरिकों का अभिलेख लगभग दो वर्ष बाद भी अभी तक नगर निगम में दर्ज नहीं हुआ है। ऐसे में जो उम्मीदवार होंगे वह तहसील से एनओसी लेंगे या फिर नगर निगम से इसी बात का पर संशय बना है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। यूपी विधानसभा चुनाव का बिगुल बजे कई रोज गुजर चुका है और अब तो चुनावी सरगर्मी चरम पर पहुंच रही है। तकरीबन सभी राजनीतिक पार्टियों की ओर से उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की जाने लगी है। विधानसभा चुनाव में नामांकन के पहले एनओसी लेना अनिवार्य होता है। लेकिन इस विधान सभा चुनाव में उन उम्मीदवारों को एनओसी के लिए परेशान होना पड़ेगा जो नगर विस्तार में नगर निगम की सीमा में शामिल हो चुके हैं।
सीमा विस्तार क्षेत्रों का निगम में अभी तक नहीं दर्ज हुआ है अभिलेख
नगर निगम सीमा में शामिल होने वाले ग्राम पंचायत के नागरिकों का अभिलेख लगभग दो वर्ष बाद भी अभी तक नगर निगम में दर्ज नहीं हुआ है। ऐसे में जो उम्मीदवार होंगे वह तहसील से एनओसी लेंगे या फिर नगर निगम से, इसी बात का पर संशय बना हुआ है। नगर निगम सीमा का विस्तार होने से 96 ग्राम पंचायतों के लगभग 200 गांव शहरी सीमा में शामिल किए हुए हैं। इन सभी ग्राम पंचायतों में दो लाख से अधिक आबादी शामिल हैं। इसमें से अलग-अलग पार्टियों से लगभग एक दर्जन से अधिक उम्मीदवार चुनाव मैदान में हो सकते हैं।
किसी भी चुनाव को लड़ने के लिए लेना पड़ता है एनओसी
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्रा ने बताया कि नियम के अनुसार शहरी क्षेत्र के लोगों को एनओसी नगर निगम की ओर से जारी की जाती है और ग्राम पंचायत के लोगों को तहसील से लेकिन शहरी क्षेत्र में आए लोगों का अभिलेख अभी नगर निगम में दर्ज नहीं किया जा सका है। एनओसी के लिए कुछ न कुछ विकल्प निकाला जाएगा।