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UP Chunav 2022: मंझनपुर विधानसभा में 2017 में बदली चुनावी तस्वीर जब भाजपा ने रोका बसपा का अजेय रथ

राेमांच 2017 के विधानसभा चुनाव में मंझनपुर सीट पर दिखाई दिया। बसपा के अजेय रथ को भाजपा ने रोक दिया। क्षेत्र की जनता ने कांटे के मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी को जीत दिलाई। इस बार के चुनाव में कयास लगाए जा रहे हैं कि फिर से घमासान होगा।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 10:50 AM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 10:50 AM (IST)
UP Chunav 2022: मंझनपुर विधानसभा में 2017 में बदली चुनावी तस्वीर जब भाजपा ने रोका बसपा का अजेय रथ
चुनावी राेमांच 2017 के विधानसभा चुनाव में मंझनपुर सीट पर दिखाई दिया।

प्रयागराज,  जागरण संवाददाता। राजनीति में जब उतार-चढ़ाव होते हैं तो रोमांच बढ़ता है। ऐसा ही राेमांच 2017 के विधानसभा चुनाव में मंझनपुर सीट पर दिखाई दिया। बसपा के अजेय रथ को भाजपा ने रोक दिया। क्षेत्र की जनता ने कांटे के मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी को जीत दिलाई। इस बार के चुनाव में कयास लगाए जा रहे हैं कि फिर से घमासान होगा। इसके लिए सभी दल एड़ी चोटी का दम लगा रहे हैं।

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बसपा के चले आ रहे अजय रथ को भाजपा ने रोका, लाल बहादुर विधायक बने

मंझनपुर विधानसभा में बसपा की अच्छी पैठ रही है। कई चुनाव में बसपा को शीर्ष से कोई हटा नहीं पाया था। 2007 के चुनाव में भी ऐसा ही कुछ हुआ था। बसपा प्रत्याशी इंद्रजीत सरोज को 57,899 मत मिले थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे समाजवादी पार्टी के सुरेश पासी को 30,536 वोट से ही संतोष करना पड़ा था। इंद्रजीत सरोज को रिकार्ड 27,363 मतों से विधायक चुना गया था। तीसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पा देवी रहीं थीं। उन्हें 18,807 वोट मिले थे। चुनाव में कुल 12 प्रत्याशी उतरे थे।

2007 और 2012 में बसपा प्रत्याशी इंद्रजीत सरोज ने पार्टी का झंडा ऊंचा ही रखा

2012 के विधानसभा चुनाव में भी बसपा का रुतबा कम नहीं हुआ। इस चुनाव में बसपा प्रत्याशी इंद्रजीत सरोज को 91,000 जबकि सपा के शिव मोहन चौधरी को 86,818 मत मिले थे। 4182 मतों से इंद्रजीत सरोज विजयी रहे। तीसरा स्थान कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र कुमार ने हासिल किया था। उन्हें 16,022 वोट मिले थे। अन्य आठ प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपनी जमीन तलाशते रहे। इसके बाद 2017 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का हिंदुत्व एजेंडा सिर चढ़कर बोलने लगा था। जहां भाजपा की स्थिति काफी खराब रहा करती थी लेकिन, इंद्रजीत सरोज को इस चुनाव में शिकस्त खानी पड़ी। भारतीय जनता पार्टी के लाल बहादुर को 92,818 मत मिले, जबकि सरोज को 88,658 मत मिले। 4160 मतों से इंद्रजीत पराजित हो गए। इस बार के चुनाव में बसपा जहां अपनी खोई हुई जमीन को दोबारा हासिल करने की कोशिश करेगी, वहीं भाजपा लगातार दो बार सीट पर कब्जा जमाने का कीर्तिमान बनाने प्रयास करेगी। इस बार सपा भी यहां कमाल कर सकती है। क्योंकि कभी बसपा के सारथी रहे इंद्रजीत सरोज अब सपा के खेवनहार बनकर खड़े हैं। ऐसे में यहां एक बार फिर रोमांचक मुकाबला होगा, जिसके लिए मतदान 27 फरवरी को होगा। परिणाम 10 मार्च को आएगा।

खास बातें

-4,15,866 कुल मतदाता हैं मंझनपुर विधानसभा में

-2,22,238 पुरुष मतदाता चुनते हैं क्षेत्र के विधायक को

-1,93,625 महिला वोटर करती हैं भाग्य का फैसला

-03 थर्ड जेंडर वोटरों का मत भी रहता है महत्वपूर्ण


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