UP DELED Exams: डीएलएड की सेमेस्टर एग्जाम 30 अक्टूबर से, सभी सेमेस्टर का परीक्षा कार्यक्रम घोषित
UP DELED Exams उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बनने का प्रशिक्षण पाठ्यक्रम डीएलएड की परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी हो गया। परीक्षा नियामक प्राधिकारी उत्तर प्रदेश प्रयागराज 30 अक्टूबर से 11 नवंबर तक सभी सेमेस्टर का इम्तिहान करा रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बनने का प्रशिक्षण पाठ्यक्रम डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजूकेशन) की परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी हो गया। परीक्षा नियामक प्राधिकारी उत्तर प्रदेश प्रयागराज 30 अक्टूबर से 11 नवंबर तक सभी सेमेस्टर का इम्तिहान करा रहे हैं। पहले उन प्रशिक्षुओं की परीक्षा है जिनका बैक पेपर है उसके बाद नियमित सेमेस्टर का इम्तिहान होगा। डीएलएड प्रशिक्षण 2019 बैच दूसरे सेमेस्टर के 1.72 लाख, जबकि डीएलएड 2017 व 2018 समेत अन्य बैच के अनुत्तीर्ण/अवशेष चतुर्थ सेमेस्टर के तकरीबन सवा लाख प्रशिक्षु हैं। बता दें कि बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने डीएलएड 2018 तृतीय सेमेस्टर व 2019 प्रथम सेमेस्टर के प्रशिक्षुओं का कक्षोन्नति दी है।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि बीटीसी बैच 2013/सेवारत (मृतक आश्रित) व 2014, 2015 डीएलएड प्रशिक्षण 2017 व 2018 प्रथम सेमेस्टर अवशेष व अनुत्तीर्ण की परीक्षा 30 अक्टूबर से एक नवंबर तक होगी। पहले दिन दो, दूसरे और तीसरे दिन तीन-तीन प्रश्नपत्र की परीक्षा होगी। बीटीसी प्रशिक्षण 2013 सेवारत उर्दू, मृतक आश्रित बीटीसी 2014, 2015 व डीएलएड प्रशिक्षण 2017, 2018 तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा दो से चार नवंबर से होगी।
इसी तरह से बीटीसी बैच 2013 सेवारत मृतक आश्रित व 2014, 2015 डीएलएड 2017 व 2018 अवशेष अनुत्तीर्ण डीएलएड 2019 द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा पांच से सात नवंबर तक होगी। इसमें उन्हीं को शामिल होना है जिनको कक्षोन्नति नहीं मिली है। बीटीसी प्रशिक्षण 2013, 2014, 2015 सेवारत उर्दू मृतक आश्रित, बीटीसी अनुत्तीर्ण व अवशेष, डीएलएड 2017, 2018 चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा नौ से 11 नवंबर तक चलेगी।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि शासनादेश के अनुसार 2018 बैच में कक्षोन्नति उन्हीं प्रशिक्षुओं को मिलेगी जो पहले व दूसरे सेमेस्टर में सभी विषयों में उत्तीर्ण हैं, बाकी को परीक्षा देनी होगी। 2019 बैच द्वितीय सेमेस्टर के प्रशिक्षु जो अंक हासिल करेंगे वही अंक उनके पहले सेमेस्टर के माने जाएंगे। अब प्रश्नपत्र और परीक्षा केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया शुरू हो गई है।