UP Council School: एनसीईआरटी की पुस्तकों को लागू करने से पूर्व शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा
UP Council School सभी परिषदीय स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकों को लागू किया जाना है। इससे पूर्व अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाना है। सभी विकास खंडों में संदर्भदाता तैयार किए जा रहे हैं। उनका आनलाइन प्रशिक्षण 10 जनवरी से होगा।
प्रयागराज, जेएनएन। सभी परिषदीय स्कूलों में एनसीइआरटी की पुस्तकों को लागू करने की तैयारी है। इससे पूर्व शिक्षकों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के निदेशक की तरफ से जारी पत्र में कहा गया है कि ब्लाक स्तरीय संदर्भदाताओं का ऑनलाइन प्रशिक्षण 10 जनवरी से शुरू होगा। उसके बाद सभी विकासखंड में 25 शिक्षकों का ग्रुप बनाकर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
शिक्षकों का आनलाइन प्रशिक्षण 10 जनवरी से होगा
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि सभी स्कूलों में स्तरीय पठन-पाठन के लिए प्रयास जारी हैं। इसके लिए पाठ्यक्रम में बदलाव व शिक्षकों के प्रशिक्षण की प्रक्रिया जारी है। इसी क्रम में सभी स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकों को लागू किया जाना है। इससे पूर्व अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाना है। सभी विकास खंडों में संदर्भदाता तैयार किए जा रहे हैं। उनका आनलाइन प्रशिक्षण 10 जनवरी से होगा।
विकास खंड स्तर पर अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा
बीएसए ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद 25-25 शिक्षकों का बैच बनाकर विकास खंड स्तर पर अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसकी शुरुआत 31 मार्च से होनी है। निदेशक राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की तरफ से जारी निर्देश में कहा गया है कि प्रशिक्षण माड्यल का प्रकाशन कराकर विकास खंड स्तर पर मास्टर ट्रेनर्स को दिया जाना है। यह माड्यूल कम से कम दो प्रतियों में सभी विकास खंड में भेजने होंगे।
अकादमिक गतिविधियों में विशिष्ट योगदान जरूरी
संदर्भदाताओं के लिए ऐसे उत्कृष्ट शिक्षकों का चयन किया जाना है, जिनका अकादमिक गतिविधियों में विशिष्ट योगदान हो। इसके लिए निष्ठा प्रशिक्षण के केआरपी एवं शिक्षक संकुल के रूप में चयनित शिक्षकों में से भी चिह्नांकन किया जा सकता है। जनवरी में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का भी प्रशिक्षण प्रस्तावित है। इन गतिविधियों को पूरा करने के लिए सभी संदर्भदाताओं को एनसीईआरटी की किताबों का एक सेट भी अनिवार्य रूप से दिया जाना है।