यूपी चुनाव 2022: समाजवादी पार्टी ने पिछड़े वर्ग को टिकट देकर इन जातियों को साधने का किया प्रयास
UP Vidhan Sabha Chunav 2022 हंडिया में हाकिम लाल बिंद को टिकट देने से इसका सीधा असर प्रतापपुर फूलपुर विधानसभा के साथ ही करछना और बारा में भी पडऩे की संभावना है। वहीं मेजा से संदीप पटेल को उम्मीदवार घोषित करने से करछना में इसका फायदा मिलने की उम्मीद है।
प्रयागराज, [राजेंद्र यादव]। समाजवादी पार्टी की ओर से जारी की गई सूची को देखे तो इसमें एक बात साफ नजर आती है कि इसमें सभी जातियों को साधा गया है। बिंद, पटेल, यादव, सिंह, अनूसुचित जाति के प्रत्याशियों को मैदान में उतारा गया है। सात सीट में ऐसा कोई उम्मीदवार नहीं है, जो एक ही जाति का हो। एक तौर पर पिछड़ों पर दांव लगाकर समाजवादी पार्टी जिले में साइकिल दौड़ाने की कोशिश में है।
जनपद की 12 विधानसभा सीट को लेकर शुरू से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि एक-एक सीट पर जातिगत आधार को विधिवत खंगाला गया है। एक-एक बिंदु पर ध्यान दिया गया है। किस सीट पर किसे टिकट देने से दूसरी सीट पर इसका क्या असर पड़ेगा, बखूबी इसे परखा गया। मंगलवार रात समाजवादी पार्टी ने जब अपनी सूची जारी की तो यह बात सही भी साबित हो गई। हंडिया से हाकिम लाल बिंद को मैदान में उतारकर बिंद, मल्लाह समीकरण को साधने की कोशिश की गई है।
हंडिया में हाकिम लाल बिंद को टिकट देने से इसका सीधा असर प्रतापपुर, फूलपुर विधानसभा के साथ ही करछना और बारा में भी पडऩे की संभावना है। वहीं, मेजा से संदीप पटेल को उम्मीदवार घोषित करने से करछना में इसका फायदा मिलने की उम्मीद है। शहर उत्तरी से संदीप यादव पर दांव लगाने से फाफामऊ विधानसभा पर इसका प्रभाव पड़ेगा। उत्तरी की सीट फाफामऊ से सटी हुई है। हालांकि, इस सूची में एक खास बात यह है कि अभी सपा ने किसी ब्राह्मण और मुस्लिम चेहरे को मैदान में नहीं उतारा है। हालांकि अभी पांच सीटें बची हैं, जहां उम्मीदवारों की घोषणा होनी है। ऐसे में तमाम तरीके के कयास लगाए जा रहे हैं।