यूपी चुनाव में अफवाहों पर पहरेदारी, प्रयागराज में बीट सिपाही और पुलिस मित्र सक्रिय
यूपी विधानसभा 2022 अफवाह रोकने के लिए पुलिस इंटरनेट मीडिया पर पहरेदारी करेगी। जिले में करीब 10 हजार डिजिटल वालंटियर तैयार किए गए हैं। बीट सिपाही और पुलिस मित्र को भी सक्रिय करते हुए अफवाहों का तत्काल खंडन करने और सच को सामने लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। विधानसभा चुनाव में एक छोटी सी झूठी सूचना और अफवाह बड़े बवाल का सबब बन सकती है। ऐसे में इंटरनेट मीडिया पर होने वाले अफवाहों के ‘वार’ पर डिजिटल वालंटियर का ‘प्रहार’ होगा। निर्विघ्न जनतंत्र की कवायद में जुटी पुलिस इंटरनेट मीडिया पर पहरेदारी की तैयारी की है। इसके लिए जिले में करीब 10 हजार डिजिटल वालंटियर तैयार किए गए हैं। बीट सिपाही और पुलिस मित्र को भी सक्रिय करते हुए अफवाहों का तत्काल खंडन करने और सच को सामने लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। साथ ही माहौल खराब करने का प्रयास करने वालों के विरुद्ध कठोर नियमानुसार कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जब चुनाव प्रचार के लिए विभिन्न राजनीतिक दल डिजिटल प्लेटफार्म का सहारा ले रहे हैं तो फेसबुक, टिवटर, वाट्सएप समेत इंटरनेट मीडिया के दूसरे प्लेटफार्म की निगरानी करना बड़ी चुनौती है। कतिपय शख्स भ्रामक, अपुष्ट, मनगढ़ंत और सनसनीखेज फोटो, वीडियो व संदेश को वायरल करते हैं। उनका उद्देश्य किसी जाति, धर्म, व्यक्ति, समुदाय विशेष को अपमानित कर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ना होता है। लिहाजा ऐसे के खिलाफ कार्रवाई करने और अफवाहों को रोकने के लिए डिजिटल वालंटियर तैयार किए गए हैं।
संभ्रांत नागरिक से लेकर समाजसेवी तक
डिजिटल वालंटियर के रूप में संभ्रांत नागरिक, समाजसेवी, ग्राम प्रधान, टेक्नोसेवी और जागरूक युवा समेत ऐसे लोगों को जिम्मेदारी दी गई, जिनकी समाज में आम शोहरत अच्छी है। वालंटियर जनता से बेहतर संवाद बनाने के साथ ही किसी तरह की घटना की सूचना देने, अफवाह का खंडन करने, होटल व सराय में रुकने वाले संदिग्ध लोगों की जानकारी देने, अवैध शराब, गांजा तस्करी करने, अपराध में संलिप्त लोगों की सूचना मुहैया कराने का काम करेंगे। साथ ही जमानत पर रिहा अभियुक्तों की गतिविधि की जानकारी भी पुलिस तक पहुंचाएंगे। ताकि उन पर समय पर उचित कार्रवाई हो सके।
प्रत्येक थाना क्षेत्र में 250 सदस्य
जिले के सभी थाना क्षेत्र में डिजिटल वालंटियर के रूप में चिंहित कर लोगों को वाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया है। एक थाने में 250 विख्यात व्यक्तियों को इसका सदस्य बनाया गया है। इसमें किसी भी अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को शामिल नहीं किया गया है। हाल ही में एसएसपी अजय कुमार ने जागरुक जनमानस के नाम से वाट्सएप ग्रुप बनाया है, जिसमें अलग-अलग क्षेत्र और वर्ग के लोगों को शामिल किया गया है। इसे भी वालंटियर के रूप में देखा जा रहा है।
एसएसपी ने यह बताया
इंटरनेट मीडिया पर भ्रामक पोस्ट करने और अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस व डिजिटल वालंटियर की पैनी नजर है। ऐसे शरारती तत्वों के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- अजय कुमार, एसएसपी