UP Chunav 2022: ऑनलाइन हो रहा चुनाव प्रचार इसलिए अबकी ठप है पोस्टर-बैनर का बाजार
एडवरटाइजमेंट के कारोबार से जुड़े मोहम्मद कादिर ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से इस काम को कर रहे हैं लेकिन ऐसा दौर कभी नहीं देखा कि चुनावों में बैनर पोस्टर होर्डिंग्स का प्रयोग नहीं किया जाएगा रैलियां नहीं होगी। देश में पहली बार वर्चुअल रैलियां हो रही हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। यूपी समेत देश के पांच राज्यों में चुनाव के तारीखों की घोषणा हो चुकी है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रत्याशियों को ऑनलाइन प्रचार करने की हिदायत चुनाव आयोग की ओर से दी गई है। आनलाइन चुनाव प्रचार की वजह से पोस्टर बैनर का कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया है। चुनावों में वर्चुअल रैली होगी यानि कि जहां चुनावों में बैलेट पेपर, बैनर, होर्डिंग्स, पोस्टर देखे जाते थे अब यह नाम मात्र ही दिखाई देगी। बड़ी-बड़ी रैलियों का आयोजन नहीं होगा। इस वजह से प्रचार-प्रसार के जुड़े लोगों और श्रमिकों के चेहरों पर मायूसी छायी हुई है, क्योंकि लंबे समय से यह लोग इंतजार कर रहे थे कि इस बार विधानसभा चुनाव आएगा और ठप पड़े इनके कारोबार के लिए संजीवनी का काम करेगा।
एडवरटाइजमेंट के कारोबार से जुड़े हुए मोहम्मद कादिर ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से इस काम को कर रहे हैं, लेकिन ऐसा दौर कभी नहीं देखा कि चुनावों में बैनर, पोस्टर, होर्डिंग्स का प्रयोग नहीं किया जाएगा या फिर रैलियां नहीं होगी। देश में पहली बार वर्चुअल रैलियां हो रही हैं। कोरोना के कारण व्यापार पहले से ही ठप पड़ा था। चुनाव को लेकर काफी उम्मीदें थीं क्योंकि बड़े-बड़े आर्डर चुनाव के दौरान ही मिलते हैं लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा न ही किसी बड़ी रैली का आयोजन होगा और न ही आर्डर मिलेगा। ऐसे में इस काम से जुड़े हजारों लोगों के सामने एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है। इसके लिए चुनाव आयोग को बीच का रास्ता निकालना चाहिए था, ताकि विज्ञापन के कारोबार से जुड़े लोगों को भी राहत मिल सके।
आनलाइन पोस्टर के साथ ऑडियो-वीडियो की बढ़ी डिमांड
सोशल मीडिया के बढ़ते क्रेज को देखते हुए कई युवा आनलाइन प्रचार के लिए पोस्टर और वीडियो बनाने का काम कर रहे हैं। डिमांड के मुताबिक रोजाना पोस्टर व वीडियो तैयार कर लोगों को उपलब्ध कराते हैं। इसके लिए संबंधित व्यक्ति को अपनी तस्वीर व मैटर के साथ तय रकम देनी होती है। ग्राम प्रधान से लेकर जिला पंचायत सदस्य के संभावित उम्मीदवार इनके ग्राहक हैं।
स्टीकर, मास्क व टीशर्ट पर जोर
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग की ओर से चुनाव प्रचार में किए गए बदलावों के चलते पोस्टर व बैनर का बाजार जहां एक ओर ठप हो गया है। वहीं दूसरी ओर नेताओं की तस्वीर तथा चुनाव चिन्ह वाले मास्क, टीशर्ट, स्टीकर की मांग बढ़ गई है। प्रत्याशियों द्वारा पार्टी के चिह्न और अपनी फोटो लगी टीशर्ट तैयार कराई जा रही है। वहीं मास्क पर भी नेताओं की फोटो लगाकर तैयार की जा रही है।