यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ ने पूर्व सीएम अखिलेश पर किया कटाक्ष, कहा- अब्बा शब्द से नफरत क्यों
प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सपा नेता अखिलेश यादव का कटाक्ष किया। उन्होंने सवाल पूछा है कि समाजवादी पार्टी के बादशाह को अब्बा शब्द से इतनी नफरत क्यों है। उनको डैडी कहने में एतराज नहीं होता।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। समाजवादी पाटी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों दलों के नेता एक दूसरे पर हमलावर हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जहां तीखे हमले कर रहे हैं, वहीं भाजपा की तरफ से भी जवाब दिया जा रहा है। तमाम तरह के सवाल भी उठाए जा रहे हैं।
प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ने अखिलेश यादव से पूछा सवाल
प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सपा नेता अखिलेश यादव का कटाक्ष किया। उन्होंने सवाल पूछा है कि समाजवादी पार्टी के बादशाह को अब्बा शब्द से इतनी नफरत क्यों है। उनको डैडी कहने में एतराज नहीं होता। पिताजी तो कहते नहीं है और अब्बा शब्द तो उर्दू का बहुत अच्छा मीठा शब्द है। डैडी एक अंग्रेजी का शब्द है। उनके पिताजी भी तो उन्हें टीपू कहकर बुलाते हैं। ऐसे में यह नफरत क्यों आ गई है उनके अंदर, उर्दू के शब्द से नफरत क्यों आ गई है, इसके बारे में उन्हें बताना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चेताया
उधर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि मुख्यमंत्री को अपनी भाषा संयमित रखनी चाहिए। यदि इस तरह की टिप्पणी आती है तो जवाब भी तीखे होंगे। इन सब के बीच स्थानीय स्तर पर भी पार्टी के नेताओं ने भी बयानबाजी तेज कर दी है।
भाजपा काशी क्षेत्र के उपाध्यक्ष बोले- तुष्टीकरण की नीति को बंद करना होगा
भाजपा काशी क्षेत्र के उपाध्यक्ष अवधेश गुप्त का कहना है कि सपा, बसपा और कांग्रेस ने अब तक सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति की है। यही वजह है कि समाज के प्रत्येक वर्ग तक विकास की रोशनी नहीं पहुंची। इसका खामियाजा किसानों, मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है। पूर्व की सरकारों की नीतियों की वजह से ही अमीर और अमीर हुआ गरीब और गरीब हुआ। दूसरी तरफ भाजपा सब का साथ सब का विकास और सब का विश्वास की नीति पर कार्य कर रही है। सभी को मूलभूत जरूरत की चीजें मिलें, बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, सुरक्षा के मुद्दे पर समान भाव से कार्य किया जा रहा है। समाज के प्रत्येक वर्ग को प्रेरित करने की भी कोशिश है।