यूपी बोर्ड : वरिष्ठ अफसरों को अब हर जिले में नकल रोकने की निगरानी
यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए विशेष सख्ती के तहत अफसरों की तैनाती इस बार बदल दी गई है। अब हर जिले में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अफसर को नियुक्त किया गया है,
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार नकल रोकने के लिए विशेष सख्ती बरती जा रही है। यही वजह है कि अफसरों की तैनाती इस बार बदल दी गई है, मंडल स्तर की बजाय प्रदेश के हर जिले में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अफसर को नियुक्त किया गया है, ताकि वह पूरे समय रहकर परीक्षाओं की निगरानी और पर्यवेक्षण का कार्य देखें। शासन ने अहम परीक्षा से पहले ही अफसर और उन्हें आवंटित जिलों की सूची जारी कर दी है।
शासन ने अचानक रणनीति बदली
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2019 की शुरुआत सात फरवरी से हो चुकी है। पिछले वर्षों की तरह इस बार भी मंडल स्तर पर वरिष्ठ अफसरों की नियुक्ति की गई थी, 14 जनवरी को इस संबंध में सूची जारी हुई थी। मंडल मुख्यालय से सभी जिलों की निगरानी में आ रही कठिनाई और जिला विद्यालय निरीक्षकों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए शासन ने एकाएक रणनीति बदल दी है। 11 फरवरी को माध्यमिक शिक्षा सचिव प्रीति शुक्ला ने सभी 75 जिलों में अलग-अलग अधिकारियों की तैनाती की है। यह भी निर्देश दिया है कि 14 जनवरी की लिस्ट निरस्त कर दी गई है। कहा गया है कि इस कदम से जिलों में नकल पर अंकुश लगाने की निगरानी और परीक्षा कराने में सहूलियत रहेगी।
परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण
जिलों में भी डायट प्राचार्य और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अफसरों को ही लगाया गया है। अफसरों को संबंधित जिलों में जाकर परीक्षा तैयारियों की समीक्षा और परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करना है। यह अफसर जिले के अधिकारियों को परीक्षा सकुशल कराने के निर्देश भी देंगे। अफसर अपनी निरीक्षण आख्या शिक्षा निदेशक माध्यमिक व यूपी बोर्ड सचिव को नियमित भेजेंगे। निरीक्षण व परीक्षा संचालन के लिए सभी अफसरों का मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है। शासन ने यह कदम हाईस्कूल व इंटर की अनिवार्य विषय हिंदी की परीक्षा के पहले उठाया है। यही नहीं आने वाले दिनों में ही अहम विषयों का भी इम्तिहान होना है। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव का कहना है कि इससे नक