प्रयागराज में वृद्ध की हत्या की अनसुलझी गुत्थी, पुलिस का अनुमान कि किसी करीबी ने ही उतारा मौत के घाट
पूरे गोपी उर्फ लहटी गांव निवासी जीतलाल केसरवानी की गुरुवार देर रात धारदार हथियार से किसी ने सिर पर प्रहार कर हत्या कर दी। शुक्रवार सुबह जीतलाल के छोटे भाई रामबाबू की पत्नी उनको नाश्ता देने बाग में पहुंची तो चारपाई पर उनकी खून से लथपथ लाश देखी।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जनपद में सोरांव थाना क्षेत्र के मजरा पूरे गोपी उर्फ लहटी गांव स्थित आम के बाग में हुई जीतलाल केसरवानी (65) की हत्या की गुत्थी अभी सुलझ नहीं सकी है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। हालांकि, घटनास्थल का मुआयना करने के बाद अफसरों को यह लग रहा है कि किसी करीबी ने ही इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया है। अचानक कुछ ऐसा हुआ, जिस पर जीतलाल की हत्या कर दी गई। अब पुलिस यह पता लगा रही है कि जीतलाल के पास कौन-कौन आता था। खासकर उन लोगाें के बारे में पता लगाया जा रहा है जो दिन ढलने के बाद उसके पास आते थे।
गांव से बाहर है बाग, किसी ने नहीं सुनी चीख
आम का बाग गांव से दूर है। जीतलाल केसरवानी के घर से बाग की दूरी करीब 400 मीटर है। रात को वहां अकेले जीतलाल ही रहते थे। बाग मालिक जलालुउद्दीन ने यहां मकान बनवा रखा था, जिसे रहने के लिए जीतलाल को दे दिया था। पुलिस का मानना है कि रात में कोई मकान में आया था। वह कौन था, इस बारे में जीतलाल के स्वजनों के साथ ही ग्रामीण कुछ नहीं बता सके। यही नहीं, किसी ने जीतलाल के चीखने की आवाज तक नहीं सुनी। ग्रामीणों का कहना है कि बाग गांव से बाहर है, इसलिए किसी ने रात को किसी को आते-जाते हुए भी नहीं देखा।
हत्या का यह था पूरा मामला
पूरे गोपी उर्फ लहटी गांव निवासी जीतलाल केसरवानी की गुरुवार देर रात धारदार हथियार से किसी ने सिर पर प्रहार कर हत्या कर दी। शुक्रवार सुबह करीब सात बजे जीतलाल के छोटे भाई रामबाबू की पत्नी उनको नाश्ता देने बाग में पहुंची तो चारपाई पर उनकी खून से लथपथ लाश देखकर चीखने लगी। घरवालों ने पुलिस को बताया गया कि जीतलाल की किसी से रंजिश नहीं थी। कोई रुपये का लेन-देन भी नहीं था। स्वजनों ने किसी पर संदेह नहीं जताया। पुलिस ने मृतक के भाई की तहरीर पर अज्ञात हत्यारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।