प्रयागराज के शिक्षकों की अनोखी पहल, प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को गांव जाकर पढ़ा रहे
विद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉ. सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि इस कोरोना काल में बच्चे घर की सीमा में कैद होकर रह गए हैं अतः कोविड नियमों का पालन करते हुए उनके बीच जाकर उन्हें कुछ सीख प्रदान करना समय की मांग है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण काल के कारण लगे लाकडाउन में स्कूल बंद हैं। ऐसे में इन स्कूलों के बच्चों को गांव में जाकर शिक्षक शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। यह प्राथमिक विद्यालय बघोलवा आदिवासी बस्ती जसरा के शिक्षकों ने पहल की है। इस पाठशाला में कोविड 19 के तहत विभाग से उपलब्ध कराई जा रही शैक्षिक सामग्री को बच्चों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। बच्चों को उन्हीं की भाषा में शून्य की अवधारणा ,सामान्य जोड़ , घटाना , अक्षर व मात्रा ज्ञान आदि सिखाया जा रहा।
हाल ही में घूरपुर में हुई कार व ट्रक की दुर्घटना से बच्चों को अवगत कराते हुए जीवन में सावधानी बरतने के लिए प्रेरित किया गया और सड़क सुरक्षा संबंधी जरूरी जानकारी दी गई। उन्हें भी सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूक किया गया। साथ ही ट्रैफिक नियमों की भी जानकारी दी गई। जिसमें सड़क पर अपने बांयें से चलने के क्रम में बांया व दायां की अवधारणा को भी आत्मसात कराया गया। इसके अलावा बच्चे लूडो खेलकर अपनी खुशी जाहिर किए।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉ. सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि इस कोरोना काल में बच्चे घर की सीमा में कैद होकर रह गए हैं अतः कोविड नियमों का पालन करते हुए उनके बीच जाकर उन्हें कुछ सीख प्रदान करना समय की मांग है। इस कार्य में सहायक अध्यापक मोहम्मद हसीन एवं शिक्षामित्र विजय यादव भी सहयोग कर रहे हैं। इस दौरान बच्चों को पुस्तकें आदि का भी वितरण किया गया।