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केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी प्रयागराज में पैतृक गांव पहुंचे, बड़ी मां की अंतिम यात्रा में हुए शामिल

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का पैतृक गांव प्रयागराज में प्रतापपुर ब्‍लाक के भदारी गांव में है। गांव में उनकी बड़ी मां का निधन हो गया। उनकी अंतिम यात्रा आज निकाली गई। इसी में शामिल होने के लिए वह प्रयागराज आए हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 23 Feb 2021 01:44 PM (IST)Updated: Tue, 23 Feb 2021 02:53 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी प्रयागराज में पैतृक गांव पहुंचे, बड़ी मां की अंतिम यात्रा में हुए शामिल
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का प्रयागराज आगमन हुआ। वह अपने पैतृक आवास पहुंचे।

प्रयागराज, जेएनएन। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी आज प्रयागराज आए। केंद्रीय मंत्री नकवी अपने पैतृक गांव प्रतापपुर ब्लाक के भदारी गांव स्थित निवास पर पहुंचे। उन्होंने अपनी बड़ी मां के जनाजे को कंधा दिया। उनकी बड़ी मां का सोमवार को इंंतकाल हो गया था। जनाजे के बाद मुख्तार अब्बास नकवी चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली रवाना हो गए। वह इसी प्‍लेस से प्रयागराज आए थे। भदारी गांव में उनका प्रवास करीब ढाई घंटे रहा।

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वह चार्टर्ड प्‍लेन से बमरौली एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से सड़क मार्ग से अपने पैतृक गांव प्रतापपुर के भदारी गांव पहुंचे और अपनी बड़ी मां की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। उन्‍होंने अपनी बड़ी मां के जनाजे को कंधा दिया व नमाज अदा की। केंद्रीय मंत्री नकवी की बड़ी मां हाशमी बेगम 85 पत्नी स्वर्गीय मुजफ्फर हुसैन नकवी का सोमवार को निधन हो गया था। भदारी से वह वापस बमरौली एयरपोर्ट पहुंचे और चार्टर्ड प्‍लेन से दिल्‍ली चले गए।

कुछ घंटे पैतृक गांव में रुके केंद्रीय मंत्री नकवी

बता दें कि केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का पैतृक गांव प्रयागराज में प्रतापपुर ब्‍लाक के भदारी गांव में है। गांव में उनकी बड़ी मां का निधन हो गया। उनकी अंतिम यात्रा आज निकाली गई। इसी में शामिल होने के लिए नकवी चार्टर्ड विमान से मंगलवार की सुबह बमरौली एयरपोर्ट पर पहुंचे। उसके बाद वाहन पर सवार होकर वे अपने पैतृक गांव प्रतापपुर के भदारी गांव पहुंचे। वहां बड़ी मां को श्रद्धांजलि उन्‍होंने दी और अंतिम यात्रा में शामिल हुए। परिवार के सदस्‍यों के साथ कुछ घटे गांव में रहने के बाद वह वापस दिल्‍ली लौट गए।


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