परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के जूते-मोजे तो आ गए, यूनिफार्म का पता नहीं
परिषदीय विद्यालयों में यूनिफार्म अभी तक नहीं पहुंचा है। बजट के अभाव में इस संबंध में काम आगे नहीं बढ़ पाया है। नए शैक्षिक सत्र में बच्चों के लिए व्यवस्था होगी।
प्रयागराज : परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के लिए जूते और मोजे आ गए हैं, लेकिन यूनिफार्म (ड्रेस) का पता नहीं है। बजट के अभाव में अब तक न एजेंसी चयनित हुई और न ही स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं का काम आगे बढ़ पाया है।
नए शैक्षिक सत्र में 30 अप्रैल से बच्चों के लिए होगी व्यवस्था
नए शैक्षिक सत्र के लिए 30 अप्रैल से बच्चों को जूते-मोजे और यूनिफार्म वितरण का लक्ष्य रखा गया है। जिले के 414106 स्कूली बच्चों के लिए जूते-मोजे सीधे लखनऊ से बेसिक शिक्षा विभाग को भेजे गए हैं। प्रत्येक बच्चे को एक जोड़ी जूता और दो जोड़ी मोजे दिए जाने हैं। लिहाजा, विभाग से सभी जूते-मोजे ब्लॉक संसाधन केंद्रों (बीआरसी) में भेज दिए गए हैं।
सत्यापन के बाद हस्तानांतरित किए जाएंगे
सत्यापन होने के बाद ये खंड शिक्षा अधिकारियों को हस्तानांतरित कर दिए जाएंगे। कहा जा रहा है कि कक्षा एक से आठ तक के बच्चों की आयु के हिसाब से जूते-मोजे आए हैं, इसलिए अनफिट की गुंजाइश कम है। वहीं, प्रत्येक बच्चों को दो सेट यूनिफार्म भी दिए जाने हैं लेकिन बजट इसकी राह में रोड़ा बन गया है। अधिकारियों को उम्मीद थी कि 15 अप्रैल तक बजट जारी होने पर महिलाओं के समूह को यूनिफार्म तैयार करने के लिए धनराशि उपलब्ध करा दी जाएगी लेकिन ऐसा हो नहीं सका। इस बार शासन ने यूनिफार्म का रेट 200 से बढ़ाकर 300 रुपये कर दिए हैं।
लगाए गए हैं 62 समूह
जिला मिशन प्रबंधक शरद कुमार सिंह का कहना है कि इस कार्य में 62 समूह लगाए गए हैं। इन समूहों ने 400 से ज्यादा विद्यालयों से आर्डर लिए हैं। दावा किया कि 15-20 विद्यालयों के यूनिफार्म तैयार हो गए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की स्वीकृति पर वितरण शुरू करा दिया जाएगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार कुशवाहा से बात नहीं हो सकी।