कौशांबी के दिव्यांगों में हौसला भर रही 'उड़ान', पुस्तक में सफलता की गाथा है
उड़ान पुस्तक में कौशांबी के सफल दिव्यांगों और उनके हित के लिए किए गए कार्यों का समावेश है। यह पुस्तक दिव्यांग जनों में हौसला भरने का कार्य कर रही है।
कौशांबी, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग जिले के दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास कर रहा है। उनको शिक्षा देने के बाद उनकी हर प्रकार से मदद की जा रही है। ऐसे में दिव्यांग अब खुद को सबल महसूस कर रहे हैं। सफल होने वाले दिव्यांगों की कहानी से भरी 'उड़ान' नाम की पुस्तक प्रकाशित की गई है। जो उनके सफल जीवन की कहानी बता रही है। 36 पृष्ठों की इस पुस्तक में दिव्यांगों की सफलता की गाथा गढ़ी गई है।
दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में जोड़ने का प्रयास
जिले के दिव्यांग बच्चों को बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षा की मुख्य धारा में जोड़ रहा है। इसके लिए हर ब्लाक क्षेत्र में अलग-अलग एक्सीलेरेटेड लर्निंग कैंप संचालित हो रहे है। प्रशिक्षित शिक्षक बच्चें को जीवन में आगे बढऩे की प्रेरणा दे रहे हैं। इसके बेहतर परिणाम भी सामने आ रहे हैं। शिक्षा के साथ ही अन्य क्षेत्र में दिव्यांग आगे बढ़ रहे है। जिला समन्वयक सामेकित शिक्षा विकास पांडेय ने जिले भर में दिव्यांगों के हित में हुए कार्यों और उनकी सफलता का डाटा तैयार करके राज्य परियोजना सर्व शिक्षा अभियान राज्य परियोजना परिसर लखनऊ को भेजा। वहां से यह पुस्तक प्रकाशित हुई।
दिव्यांग बच्चों में नया हौसला भर रही पुस्तक
इससे सर्व शिक्षा अभियान की परियोजना इकाई ने प्रकाशित किया है। 36 पृष्ठों की इस पुस्तक में जिले के विवरण के साथ ही दिव्यांगों को लेकर हुए कार्य को दर्शाया गया है। इसके साथ ही सफल दिव्यांग मनमीत सिंह यादव, मुकेश, महिमा आदि के जीवन से जुड़ी बातें लिखी गई है। यह पुस्तक दिव्यांग बच्चों में नया हौसला भर रही है।
बोले, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी राजकुमार पंडित ने बताया कि दिव्यांग बच्चों को शिक्षा से मुख्य धारा से जोडऩे के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। अब तक जो भी कार्य उनको लेकर किया गया है। उड़ान इसका एक सार मात्र है, जिसमें हमारे प्रयास संकलित हैं। साथ ही हमारे कैंप के बच्चों की सफलता दर्ज है। जो आज सबके लिए प्रेरणा स्रोत हैं।