मां के डांटने पर Pratapgarh की युवती ने उठाया ऐसा कदम कि मचा कोहराम और पसर गया मातम
पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ में दो युवतियों ने मौत गले लगा ली और वो भी बेहद मामूली कारणों से। नवाबगंज इलाके में एक युवती को मां की डांट इतनी खराब लगी कि उसने जहर निगल लिया। अस्पताल में उसकी सांस थम गई।
प्रयागराज, जेएनएन। पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ में दो युवतियों ने मौत गले लगा ली और वो भी बेहद मामूली कारणों से। नवाबगंज इलाके में एक युवती को मां की डांट इतनी खराब लगी कि उसने जहर निगल लिया। अस्पताल में उसकी सांस थम गई। उधर, कंधई इलाके में भी एक युवती ने ससुराल में फांसी लगाकर जान दे दी। इन दोनों घटनाओं ने लोगों को दुखी किया लेकिन ज्यादातर लोगों का कहना है कि इस तरह से जरा सी बात पर आत्मघाती कदम उठाना गलत है और इससे समाज में गलत संदेश जाता है।
मां का डांटना बना जानलेवा
नवाबगंज थाना क्षेत्र के सैफू का पुरवा(हिनाहूँ) की रहने वाली रूचि के पिता रामजस सरोज का पहले ही निधन हो चुका था। शुक्रवार की रात मां प्रेमा देवी ने उसे साइकिल चलाने को लेकर डांट दिया था। इतनी सी बात पर रूचि को बहुत दुख पहुंचा। उसने मां की फटकार के बाद गुस्से में कीटनाशक गोली निगल ली। जब उसकी हालत बिगड़ने लगी तो परिवार के लोगों को पता चला। उसे घर से उठाकर इलाज के लिए सीएचसी कालाकांकर ले जाया गया जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया इसके बाद घटना की खबर नवाबगंज थाने की पुलिस को दी गई। शनिवार सुबह पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए प्रतापगढ़ भेजा। पति को पहले ही खो चुकी प्रेमा देवी बेटी की मौत से सदमे में है।
सुबह सुबह गले लगा ली मौत
कंधई थाना क्षेत्र के गांगपाटी गांव निवासी लक्ष्मण कुमार पटेल की पत्नी चन्द्र रेखा पटेल (25) ने शनिवार सुबह लगभग साढ़े आठ बजे कच्चे मकान के कमरे में ऊपर लगी मोटी धन्नी में रस्सी का फंदा बांधा और फांसी पर लटक गई। कुछ देर बाद परिवार के लोगों ने देखा तो चीख पुकार मची। खबर मिली तो दिलीपपुर चौकी इंचार्ज जयशंकर तिवारी वहां पहुंच गए। उन्होंने परिवार के लोगों से बात की लेकिन कोई ठोस वजह सामने नहीं आई। यानी साफ है कि किसी मामूली सी बात पर रेखा ने दुखी होकर ऐसा कदम उठाया।