बाइक सवार अचानक सामने आए तो बचाने में पलटा टेंपो, Prayagraj की घटना में शिक्षिका समेत दो लोगों की मौत
रोज कई लोगों की जान जाती है तो जाने कितने लोग अपाहिज हो जाते हैं। शुक्रवार शाम प्रयागराज बांदा हाइवे पर भी दुखद हादसा हो गया। बाइक से टक्कर टालने के प्रयास में टेंपो पल टने से महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग जख्मी हुए।
प्रयागराज, जेएनएन। घर से निकलने के बाद हर शख्स की जान खतरे में रहती है क्योंकि बेतहाशा रफ्तार से भागते वाहन कभी भी आपको चपेट में ले सकते हैं। लगातार जागरूकता के प्रयासों के बावजूद लोग बाज नहीं आते, नतीजतन रोज ही कई लोगों की जान जाती है तो जाने कितने लोग अपाहिज हो जाते हैं। शुक्रवार की शाम प्रयागराज बांदा हाइवे पर भी दुखद हादसा हो गया। बाइक से टक्कर टालने के प्रयास में टेंपो पलटने से शिक्षिका समेत दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग जख्मी हुए।
रफ्तार बनी दो लोगों की जान के लिए घातक
बारा थाना क्षेत्र के लोहगरा बाजार से अप्पे टेंपो सवारियां बैठाकर प्रयागराज शहर की ओर जा रहा था। बारा क्षेत्र के पांडर पेट्रोल पंप से पेट्रोल भराने के बाद बाइक सवार दो युवक तेजी से बाहर आए तो उन्हें बचाने के प्रयास में टेंपो चालक ने तेजी से मोड़ दिया। तेज रफ्तार में अप्पे अनियंत्रित होकर पलट गया। अप्पे पलटने पर उसमें फंसे लोग मदद के लिए चीखने लगे। आसपास के ग्रामीण एवं राहगीर वहां पहुंच गए। टेंपो को सीधा करने का प्रयास करने के साथ ही बारा थाने की पुलिस को भी खबर दी गई।
दुखद खबर से घरों में मचा कोहराम
पुलिस भी कुछ देर में पहुंच गई मगर तब तक इस अनहोनी में दो लोगों की मौत हो चुकी थी। टेंपो के ड्राइवर मंगला प्रसाद निवासी नीबी लाइन पार बारा के बगल में बैठे उसके 16 साल के बेटे राहुल सिंह की जान चली गई थी। इसके अलावा धूमनगंज इलाके में राजरूपपुर निवासी सुरेंद्र गौतम की पत्नी 22 वर्षीय निशा गौतम की भी सिर पर गहरी चोटों की वजह से घटनास्थल पर ही मौत हो गई। निशा जसरा के गंभीरपुर प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका थीं। स्कूल से छूटकर घर लौटते वक्त वह इस अनहोनी का शिकार हो गई। इसके अलावा ड्राइवर मंगला प्रसाद और पीछे बैठी प्रतिमा को भी गहरे घाव हुए थे। उन दोनों को जसरा सीएचसी ले जाया गया। हालत गंभीर होने के कारण दोनों को शहर में स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल रेफर कर दिया गया। इस अनहोनी की खबर टेंपो ड्राइवर के घर पहुंची तो परिवार के लोग रोते बिलखते अस्पताल और घटनास्थल पर पहुंचे। राजरूपपुर से निशा के परिवार के लोग भी एसआरएन अस्पताल में पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए।