नवरात्र पर बचाई दो बच्चियों की जान, प्रयागराज के पुलिस मित्र समूह ने मुहैया करवाया खून
रक्त के अभाव में किसी की जिंदगी न जाए इसी मकसद के तहत पुलिस मित्र ने नवरात्र पर दो बच्चियों की जान बचाने का सराहनीय कार्य किया। जिन बच्चियों की मदद की गई है उसमें एक अनाथ है। अब उनकी हालत में सुधार है।
प्रयागराज, जेएनएन। रक्त के अभाव में किसी की जिंदगी न जाए, इसी मकसद के तहत पुलिस मित्र ने नवरात्र पर दो बच्चियों की जान बचाने का सराहनीय कार्य किया। जिन बच्चियों की मदद की गई है, उसमें एक अनाथ है। अब उनकी हालत में सुधार है। पुलिस मित्र समूह के इस नेक कार्य की खासी सराहना की जा रही है।
एक बच्ची है अनाथ, हालत में सुधार
पुलिस मित्र समूह के संचालक और आइजी रेंज कार्यालय में तैनात सिपाही आशीष कुमार मिश्रा के पास अनाथालय की बाल संरक्षण अधिकारी की कॉल आई कि एक माह की बच्ची को तत्काल ब्लड की जरूरत है। खून न मिलने पर इलाजरत एक माह की बच्ची की जान जा सकती है। पूरी जानकारी लेने के बाद आशीष ने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की। थोड़ी देर बाद समूह के साथी और पुलिस कंट्रोल में तैनात सिपाही श्याम मिश्रा ने रक्त देने के लिए तैयार हो गए। मोनू चौरसिया ने भी रक्त देने की बात कही, जिस पर बच्ची की मदद की गई।
चार माह की मासूम के लिए बने मसीहा
इसी तरह प्रीतम नगर में रहने वाले विकास मिश्रा की चार माह की बेटी अदिति की अचानक तबियत खराब हो गई। उसके नाक व मुंह से लगातार खून निकल रहा था। कई अस्पताल जाने के बाद एक निजी अस्पताल में एडमिट किया गया, लेकिन वहां के डॉक्टरों ने तत्काल खून लाने के लिए कहा। इसकी जानकारी मिलते ही आशीष ने फिर अपने समूह के जरिए चार माह की बच्ची के लिए रक्त की आवश्यकता बताई। तब इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र कौस्तुभ त्रिपाठी ने रक्तदान कर बच्ची को जिंदगी बचाने में मदद की। बच्ची की हालत ठीक होने पर स्वजनों ने कौस्तुभ व पुलिस मित्र के प्रति आभार जताया।