ट्वीट करिए 'टीम प्रयागराज करेगी आपकी मदद, वालंटियर व डॉक्टर हैं टीम में शामिल, भोजन भी कराते हैं उपलब्ध
बरगदघाट निवासी विवेक मिश्रा ने बताया कि पिछले वर्ष लॉकडाउन के दौरान ट्वीटर पर टैग कर एक बच्चे ने मदद मांगी। उसे राशन व कुछ रुपये दिया। फिर प्रवासियों को निस्वार्थ भाव से मदद पहुंचाई। इसके बाद से ही उन्होंने टीम बनाई।
प्रयागराज, अतुल यादव। इस महामारी के दौर में कुछ युवा जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं, उनकी टीम में डॉक्टर भी जुड़े हैं। संक्रमणकाल में वे कोविड मरीजों को ऑक्सीजन व बेड उपलब्ध करा रहे हैं। इसके अलावा भोजन की भी व्यवस्था करा रहे हैं। टीम के लोगों का कहना है कि इस संकट काल में इंसान ही इंसान के काम आ सकता है।
ट्वीटर हैंडल पर बढ़ रहे फालोअर, दूसरे शहरों में भी पहुंचा रहे मदद
बरगदघाट निवासी विवेक मिश्रा ने बताया कि पिछले वर्ष लॉकडाउन के दौरान ट्वीटर पर टैग कर एक बच्चे ने मदद मांगी। उसे राशन व कुछ रुपये दिया। फिर प्रवासियों को नि:स्वार्थ भाव से मदद पहुंचाई। इसके बाद से ही उन्होंने टीम बनाई। इसके बाद कारवां चलता गया। वर्तमान में प्रयागराज के अलावा दूसरे शहरों में भी अपनी टीम के साथ जरूरतमंदों को 'संजीवनी देने का काम कर रहे हैं। उनकी टोली में झूंसी के अर्पित मिश्रा, अल्लापुर के गौरव राज दुबे जुड़े। डॉक्टरों की टीम में कोरांव के निजी अस्पताल संचालक डॉ. अनिल पांडेय, डॉ. वरूण, डॉ. अभिषेक व एसआरएन में सर्जन डॉ. संतोष सिंह हैं। सभी ने एक ट्वीटर हैंडल बनाया, जिसका नाम दिया गया टीम प्रयागराज।
केस एक
अर्पित मिश्रा बताते हैं कि तीन मई की रात रायबरेली निवासी श्रीश द्विवेदी की पत्नी का ऑक्सीजन लेवल कम हो गया। उन्होंने ट््वीटर पर मदद मांगी थी। टीम प्रयागराज के सदस्यों ने सक्रियता दिखाई और देर रात प्रयागराज बुला लिया। यहां निजी अस्पताल में भर्ती करने से इन्कार कर दिया गया। इसके बाद एसआरएन में भर्ती कराया गया। 10 मई को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
केस दो
28 अप्रैल की देर रात रसूलाबाद निवासी राम खिलावन मिश्रा की हालत बिगड़ी। उनका ऑक्सीजन लेवल 75 के आसपास पहुंच गया था। ट्वीट के जरिए जानकारी होने परइस पर टीम के प्रमुख संयोजक अर्पित ने देर रात डॉक्टरों से बात की। किसी तरह एसआरएन में भर्ती कराया गया।