काशी महाकाल एक्सप्रेस से इंदौर और उज्जैन का सफर होगा आसान Prayagraj News
16 फरवरी को विशेष ट्रेन वाराणसी से इलाहाबाद जंक्शन से होकर कानपुर सेंट्रल बीना संत हिरदारामनगरउज्जैन से होकर इंदौर जाएगी। इंदौर से इलाहाबाद जंक्शन तक का किराया 1895 रुपये लगेगा।
प्रयागराज,जेएनएन। देश की तीसरी प्राइवेट ट्रेन काशी-महाकाल एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 फरवरी को हरी झंडी दिखाएंगे। विशेष गाड़ी इलाहाबाद जंक्शन से होकर जाएगी। 20 फरवरी से ट्रेन का नियमित परिचालन होगा। वाराणसी से चलने वाली यह ट्रेन रविवार को इलाहाबाद जंक्शन से होकर गुजरेगी। मंगलवार और गुरुवार को ट्रेन लखनऊ और कानपुर होकर चलेगी। इलाहाबाद से इंदौर का किराया 1765 और इंदौर से इलाहाबाद जंक्शन तक का किराया 1895 रुपये लगेगा। अप और डाउन के किराए में 130 रुपये का अंतर कैटरिंग चार्जेज के कारण आ रहा है।
आज आएगी यह विशेष ट्रेन
16 फरवरी को विशेष ट्रेन वाराणसी से इलाहाबाद जंक्शन से होकर कानपुर सेंट्रल, बीना, संत हिरदारामनगर, उज्जैन से होकर इंदौर जाएगी। 20 फरवरी से गाड़ी संख्या 82401 वाराणसी-इंदौर काशी-महाकाल एक्सप्रेस हफ्ते में दो दिन मंगलवार और गुरुवार को लखनऊ से होकर जाएगी। थर्ड एसी श्रेणी के 15 कोच वाली ट्रेन दोपहर में 2.45 बजे वाराणसी से रवाना होकर अगले दिन सुबह 9.40 बजे इंदौर पहुंचेगी। गाड़ी संख्या 82402 इंदौर-वाराणसी बुधवार व शुक्रवार को सुबह 10.55 बजे चलकर अगले दिन सुबह छह बजे वाराणसी पहुंचेंगी। गाड़ी संख्या 82403 रविवार दोपहर में 3.15 बजे चलकर शाम को 5.30 बजे इलाहाबाद जंक्शन पहुंचेगी। पांच मिनट के बाद कानपुर के लिए रवाना हो जाएगी। कानपुर में शाम 8.50 बजे पहुंचेगी फिर अगले दिन सुबह 9.40 बजे इंदौर जंक्शन पहुंचेगी। गाड़ी संख्या 82404 इंदौर-वाराणसी सोमवार सुबह 10.55 बजे इंदौर से चलकर रात में 11.35 बजे कानपुर व रात में 2.25 बजेे इलाहाबाद पहुंचेगी। दस मिनट बाद रवाना होकर सुबह पांच बजे वाराणसी पहुंचेगी।
वंदे भारत के आज एक साल :
गत वर्ष 15 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस (विशेष उद्घाटन गाड़ी) को हरी झंडी दिखाकर वाराणसी के लिए रवाना किया था। 17 फरवरी को वंदे भारत एक्सप्रेस में पहली बार यात्रियों ने सफर किया था। ऐसे में प्रयागराज के लिए फरवरी माह खास है। पिछले साल संगम नगरी के लोगों को वंदे भारत एक्सप्रेस का तोहफा मिला था, इस बार काशी-महाकाल एक्सप्रेस।